Mahakumbh 2025: बुधवार को महाकुंभ में मची भगदड़ के बाद योगी सरकार ने कुंभ के प्रोटोकॉल में 5 बड़े बदलाव किए हैं. मौनी अमावस्या पर हुई भगदड़ में 30 श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी. 60 लोग घायल हुए थे. इस घटना को ध्यान में रखते हुए सूबे की योगी सरकार ने सख्त कदम उठाते हुए 5 बड़े बदलाव किए हैं.
सीएम योगी ने बुधवार को प्रयागराज और विभिन्न जिलों के पुलिस और जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ देर रात वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग करते हुए कहा कि निर्बाध व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षा और सार्वजनिक सुविधा से जुड़े हर पहलू की सावधानीपूर्वक जांच की जानी चाहिए.
व्यवस्थाओं को मजबूत करने के लिए वरिष्ठ आईएएस अधिकारी आशीष गोयल, जो कुंभ 2019 के दौरान प्रयागराज के मंडलायुक्त रहे थे और पूर्व एडीए वीसी भानु गोस्वामी को प्रयागराज भेजा गया है. इसके अलावा, पांच विशेष सचिव स्तर के अधिकारियों को संचालन की देखरेख करने के लिए कहा गया है. वे व्यवस्थाओं को सुव्यवस्थित करने में सहायता के लिए 12 फरवरी तक प्रयागराज में रहेंगे. बेहतर प्रबंधन और सुरक्षा के लिए एसपी स्तर के अधिकारियों को भी महाकुंभ में तैनात किया जाएगा. इसके साथ योगी सरकार ने 5 विशेष सचिव स्तर के 5 अधिकारियों को महाकुंभ में भेजा है.
सीएम ने अयोध्या, वाराणसी, मिर्जापुर और चित्रकूट के अधिकारियों से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन उपायों के बारे में अपडेट भी मांगा. उन्होंने कहा कि प्रयागराज की सीमा से लगे जिलों के अधिकारियों को प्रयागराज से जारी निर्देशों का सख्ती से पालन करना चाहिए. अयोध्या-प्रयागराज, कानपुर-प्रयागराज, फतेहपुर-प्रयागराज, लखनऊ-प्रतापगढ़-प्रयागराज और वाराणसी-प्रयागराज सहित सभी प्रमुख मार्गों पर गश्त बढ़ाई जानी चाहिए, यातायात सुचारू रूप से चलना चाहिए. उन्होंने कहा कि प्रयागराज से वापसी के सभी मार्ग हर समय खुले और निर्बाध रहने चाहिए.