बैंक का सर्वर किया हैक और उड़ा दिए 17 करोड़, CA ने कांड को दिया अंजाम
Cyber Crime: साइबर ठगों ने एक बैंक के सर्वर को हैक करके लगभग 17 करोड़ रुपये की ठगी की. इस मामले में पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. मुख्य और अन्य आरोपियों की खोज की जा रही है. पकड़े गए आरोपी ने बताया कि इस काम को अंजाम उसके भाई ने दिया है. पेशे से वह सीए है.
Cyber Crime: ठगों ने एक बैंक के रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट चैनल को हैक करके 16 करोड़ 95 लाख रुपये उड़ा दिए. इस कांड को अंजाम देने में शामिल एक आरोपी का पुलिस ने धर दबोचा है. यूपी के गाजियाबाद जिले के लाल कुआं से पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार किया. इस गिरोह में शामिल अन्य सदस्यों की भी खोजबीन की जा रही है.
यूपी के गौतमबुद्धनगर के नोएडा के सेक्टर 62 स्थित नैनीताल बैंक के आरटीजीएस चैनल के सर्वर कौ हैक करके साइबर ठगों ने चोरी को अंजाम दिया. पुलिस ने जिस आरोपी को गिरफ्तार किया है उसका नाम हर्ष बंसल है.
ठगी को अंजाम देने वाला है CA
इस साइबर ठगी को अंजाम देने वाला मुख्य आरोपी सीए है. गिरफ्तार किए गए हर्ष बंसल ने पूछताछ में बताया कि उसका बड़ा भाई शुभम बंसल इस जालसाजी का मास्टरमाइंड है. शुभम पेशे से चैटर्ड अकाउंटेंट (CA) है. इस कांड में हर्ष का दोस्त संजय कुमार भी शामिल है. तीनों को कुछ पैसों की जरूरत थी. इसके लिए इन्होंने कई जगह लोन लेने का भी प्रयास किया लेकिन लोन नहीं मिला. लोन न मिलने पर तीनों ने बैंक का ही सर्वर करने का प्लान बनाकर लूट करने की सोची.
पेशे से सीए हर्ष को पता था कि किस तरह से नैनीताल बैंक के सर्वर को हैक करके चोरी को अंजाम दिया जा सकता है. उसने पूरा खाका तैयार करवाया. उसने बैंक में फर्जी खाते खुलवाए. इसके बाद सर्वर को हैक करके पैसे ट्रांसफर करके अन्य खातों में ट्रांसफ करने की योजना बनाई. इस योजना को अंतिम रूप हर्ष और उसके मित्र संजयन ने दिया.
CA के दफ्तर को पुलिस ने किया सील
एसीपी साइबर क्राइम विवेक कुमार ने बताया कि शुभम ने सत्याराज कॉन्टैक्टर के अकाउंट में 19 जून को 99 लाख 80 हजार रुपये भेजे थे. इन पैसों को कई खातों में भेजा गया. शुभम ने हर्ष को कमीशन के रूप में 6 लाख रुपये दिए. हर्ष के ऊपर लाखों रुपये का कर्ज था तो उसने इन पैसों से कर्ज चुका दिए. वहीं, मुख्य आरोपी शुभम के दफ्तर को पुलिस ने सील कर दिया. अभी तक पुलिस 2 करोड़ रुपये का फ्रिज करा चुकी है. शुभम और अन्य आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस ने दो टीम बनाी है.