बुलंदशहर: चलते-चलते गिरे और चली गई जान, RLD नेता अमित चौधरी की अचानक मौत का CCTV फुटेज आया सामने
RLD Leader Heart Attack: बुलंदशहर में राष्ट्रीय लोकदल के नेता अमित चौधरी की अचानक मौत ने सबको चौंका दिया. सीसीटीवी फुटेज में उन्हें अचानक गिरते हुए देखा गया, जबकि वे पूरी तरह स्वस्थ थे.

RLD Leader Amit Chaudhary Heart Attack: बुलंदशहर के खुर्जा क्षेत्र में राष्ट्रीय लोकदल (RLD) के युवा नेता अमित चौधरी की अचानक मौत से पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई. अमित हर रोज की तरह 20 मार्च की सुबह मॉर्निंग वॉक के लिए निकले थे. वॉक के बाद वह गांव हबीबपुर में अपने मामा के प्लॉट के पास पहुंचे, जहां अचानक उन्हें चक्कर आया और वह सड़क पर गिर पड़े.
बता दें कि CCTV फुटेज में साफ दिख रहा है कि अमित अचानक रुकते हैं और खुद को संभालने के लिए पास की दीवार की ओर बढ़ते हैं. लेकिन कुदरत ने उन्हें इतना भी वक्त नहीं दिया कि वह दीवार को छू पाते. कुछ ही सेकंड में वह सिमेंटेड रोड पर गिर गए और मौके पर ही दम तोड़ दिया.
CCTV में कैद हुई मौत
इस हैरान कर देने वाली घटना का लाइव फुटेज नजदीकी CCTV कैमरे में कैद हो गया. वीडियो में देखा जा सकता है कि अमित ट्रैक सूट पहने सड़क पर चलते नजर आते हैं, फिर अचानक गिर जाते हैं. आसपास के लोग तुरंत उनकी ओर दौड़ते हैं और उन्हें नजदीकी अस्पताल ले जाया जाता है, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
निरोगी थे अमित, दिल की बीमारी का कोई इतिहास नहीं
परिवार के मुताबिक, अमित पूरी तरह स्वस्थ थे और उन्हें किसी भी तरह की गंभीर बीमारी नहीं थी. दिल की समस्या या हाई ब्लड प्रेशर जैसी कोई परेशानी भी कभी सामने नहीं आई थी. मौत से कुछ देर पहले उन्होंने सीने में हल्की चुभन महसूस होने की बात कही थी, लेकिन इससे पहले उन्होंने कभी कोई हेल्थ इशू नहीं बताया था.
बदलती जीवनशैली बन रही युवाओं के लिए खतरा
वहीं डॉक्टरों के मुताबिक, अचानक हो रही दिल की बीमारियों के पीछे तनावपूर्ण जीवनशैली, अनियमित खानपान, शराब और धूम्रपान जैसी आदतें जिम्मेदार हैं. हार्ट स्पेशलिस्ट डॉ. हितेश कौशिक का कहना है, "आजकल युवाओं में कार्डियक अरेस्ट के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. तनाव, नींद की कमी, गलत खानपान और लाइफस्टाइल में बदलाव हार्ट को कमजोर बना रहे हैं."
सिर्फ 25 साल की उम्र में थम गई जिंदगी
बता दें कि महज 25 साल की उम्र में अमित चौधरी की मौत ने उनके परिवार, रिश्तेदारों और पार्टी कार्यकर्ताओं को गहरे सदमे में डाल दिया. उनकी हाल ही में शादी तय हुई थी, घर की आर्थिक स्थिति भी अच्छी थी, और राजनीतिक पकड़ भी मजबूत हो रही थी.