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चप्पल निकालने के लिए कुएं में उतरे, जहरीली गैस से घुटा दम, तीन लोगों की हुई मौत

Banda News: बांदा जिले के बड़ागांव में तीन लोगों की एक खाली पड़े कुएं में जहरीली गैस के कारण मौत हो गई. ये हादसा तब शुरू हुआ जब एक व्यक्ति अपनी चप्पल निकालने के लिए कुएं में उतरा और दो पड़ोसियों ने उसे बचाने की कोशिश की. दमकल कर्मियों ने उन्हें बाहर निकाला, लेकिन अस्पताल में उन्हें मृत घोषित कर दिया गया.

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Edited By: India Daily Live
Banda News
Courtesy: UP Police

Banda News: उत्तर प्रदेश के बांदा जिले से हैरान करने वाली खबर सामने आई है. यहां एक कुएं में उतरे तीन लोगों की मौत हो गई. दावा किया जा रहा है कि कुएं में उतरे तीनों लोगों का जहरीली गैस से दम घुट गया, जिससे उनकी मौत हो गई. फिलहाल, पुलिस मामले की पड़ताल में जुटी है. दावा किया जा रहा है कि तीनों शख्स कुएं में गिरे चप्पल को निकालने के लिए उतरे थे. 

घटना रविवार को बांदा जिले के बिसंडा थाना क्षेत्र के बड़ागांव में हुई. घटना तब हुई जब कुएं के पास कुछ कटाई कर रहे एक शख्स की चप्पल कुएं में गिर गई. चप्पल गिरने के बाद शख्स कुएं में उतरा, लेकिन थोड़ी देर बाद वो बाहर नहीं आया. ऊपर मौजूद लोगों ने आवाज लगाई, लेकिन अंदर से कोई रिस्पॉन्स नहीं आया. किसी अनहोनी के शक में दो और लोग कुएं में उतरे. लेकिन अंदर जाने के बाद वे भी बेहोश हो गए.

सूचना के बाद पुलिस की टीम के साथ पहुंचे एडीएम

तीनों लोगों के कुएं में उतरने और बाहर नहीं आने के बाद परेशान लोगों ने पुलिस को इसकी जानकारी दी. सूचना मिलने पर एडीएम राजेश वर्मा के साथ पुलिस मौके पर पहुंची. ऑक्सीजन मास्क से लैस दमकल कर्मियों ने तीनों को कुएं से बाहर निकाला. पुलिस और जिला प्रशासन ने उन्हें रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज भेजा, जहां डॉक्टरों ने तीनों को मृत घोषित कर दिया.

शुरुआती रिपोर्ट में कहा गया था कि उनकी मौत कुएं में जहरीली गैस के कारण हुई. मृतकों की पहचान अनिल पटेल (40) पुत्र मोहनलाल पटेल और उनके पड़ोसी संदीप वर्मा (21) और बाला वर्मा (25) के रूप में हुई है. तीनों  बड़ागांव के रहने वाले थे.

एडीएम बांदा राजेश कुमार और उप-विभागीय मजिस्ट्रेट नमन मेहता ने सर्कल अधिकारी राजवीर सिंह और उनके अधीनस्थों के साथ बचाव अभियान की निगरानी की. एसपी अंकुर अग्रवाल ने कहा, मौतें पुराने अप्रयुक्त कुएं से निकलने वाली जहरीली गैस के कारण हुईं और मृतकों के परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान करने के प्रयास किए जा रहे हैं.