Bahraich Wolf Terror: उत्तर प्रदेश के बहराइच में रविवार को सुबह-सुबह घर के बाहर सो रहे लोगों पर भेड़ियों ने हमला कर दिया. पिछले एक हफ्ते से इलाके में भेड़ियों के आंतक के मामले बिलकुल शांत हो गए थे, लेकिन एक दिन पहले हुए भेड़ियों के हमलों ने एक बार फिर लोगों में दहशत पैदा कर दी है. दहशत की शुरुआत उस वक्त हुए जब एक भेड़िया छह साल के एक बच्चे को उसकी गर्दन पकड़कर उठा ले गया.
कहा जा रहा है कि जब भेड़िया बच्चे को उठाकर ले जा रहा था, तब उसने शोर मचाना शुरू किया, जिससे उसकी मां की नींद खुल गई. बच्चे की मां ने खूंखार भेड़िए को देखने के बाद बिना पल गवाए उस पर हमला कर दिया. काफी मशक्कत के बाद महिला ने अपने बेटे को भेड़िए के जबड़े से छुड़ा लिया. वहीं, महिला के हमले के बाद भेड़िया वहां से भाग निकला.
मामला बहराइच जिले के हरदी गांव का है. खूंखार भेड़िए के जबड़े से छुड़ाने वाली महिला की पहचान गुड़िया के रूप में हुई है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, गुड़िया अपने बेटे पारस को घर के बरामदे में एक खाट पर सो रही थी. इसी दौरान भेड़िया आया और पारस को उठाकर ले जाने लगा. रविवार को पारस पर हमला तड़के करीब 2.30 बजे हुआ. फिलहाल, पारस का इलाज गांव के पास महसी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में किया जा रहा है.
गुड़िया ने कहा कि जब मैंने अपने बेटे की चिल्लाने की आवाज सुनी तो नींद से उठी. मैंने देखा कि भेड़िए ने मेरे बेटे को अपने जबड़े में दबाया हुआ है. मैंने सहजता से काम लिया और अपने बेटे को बचाने के लिए जितनी ताकत जुटा सकती थी, उतनी ताकत से भेड़िए पर हमला कर दिया और बेटे को उसके जबड़े से खींच लिया. मदद के लिए मेरी चीखें सुनकर दूसरे लोग सतर्क हो गए और फिर भेड़िया अंधेरे में गायब हो गया.
इससे पहले, 26 जुलाई को भी इसी इलाके में एक भेड़िया गांव के 7 साल के अयांश नाम के बच्चे को उठाकर ले जा रहा था. इसी दौरान अयांश की मां की नजर भेड़िए पर पड़ी और उन्होंने हमला कर अपने बेटे को भेड़िए से बचा लिया और खूंखार जानवर को मारकर भगा दिया. अयांश से पहले हरदी गांव के पास के दरहिया गांव में एक भेड़िए ने 55 साल के कुन्नू लाल पर हमला कर दिया था. उस वक्त कुन्नू लाल के परिवार ने भेड़िए पर हमला कर कुन्नू की जान बचाई थी.
मार्च से अब तक बहराइच क्षेत्र में भेड़ियों के हमलों में आठ लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें से सात बच्चे हैं. 20 से अधिक लोग घायल हुए हैं. प्रभागीय वन अधिकारी अजीत प्रताप सिंह ने पुष्टि की कि भेड़ियों के हमले के ताजा मामले सामने आए हैं. उन्होंने बताया कि भेड़ियों के आतंक से निपटने के लिए 150 से अधिक प्रांतीय सशस्त्र पुलिस बल के जवान और 25 वन विभाग की टीमें तैनात की गई हैं, ऐसी खबरें हैं कि ये हमले एक ही जंगली जानवर की ओर से किए गए हो सकते हैं.