Badaun Double Murder Case: उत्तर प्रदेश के बदायूं में डबल मर्डर केस में दूसरे आरोपी जावेद को बरेली से गिरफ्तार कर लिया गया है. अब संभावना है कि मर्डर केस की वजहों के बारे में जानकारी मिल पाएगी. उधर, मुख्य आरोपी साजिद के एनकाउंटर को लेकर लगातार सवाल उठ रहे हैं. विपक्षी पार्टियां साजिद के एनकाउंटर पर सवाल उठा रही हैं. साथ ही राज्य में कानून व्यवस्था के नाकाम है. कांग्रेस नेता अजय राय ने तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को मठ जाने की सलाह दे दी. ये तो राजनीति की बात है, लेकिन असल सवाल ये कि आखिर क्या कारण हैं कि बदायूं डबल मर्डर केस के मुख्य आरोपी साजिद के एनकाउंटर पर सवाल उठाए जा रहे हैं. आइए, समझते हैं.
दो मासूम बच्चों की हत्या के बाद मुख्य आरोपी साजिद के एनकाउंटर के बाद पुलिस ने जो थ्योरी पेश की, उसी पर सवाल उठने लगे हैं....हालांकि, एनकाउंटर को लेकर बदायूं के डीएम ने मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दे दिए हैं. जांच की रिपोर्ट 15 दिनों में पेश की जानी है. वो सवाल, जिसे लेकर एनकांउटर पर संदेह.
पुलिस बोली- अंधेरे का फायदा उठाकर भागा; लोग बोले- हमने पुलिस को सौंपा था
साजिद के एनकाउंटर के बाद पुलिस ने कहा था कि मुख्य आरोपी अंधेरे और भीड़ की वजह से भागने में सफल रहा. जब उसे पकड़ने की कोशिश की गई, तो उसने तमंचे से फायरिंग की. पुलिस की ओर से भी जवाबी कार्रवाई की गई, जिसके बाद मुठभेड़ में साजिद मारा गया. पुलिस के इस बयान से पहले स्थानीय लोगों ने कहा था कि हमलोगों ने साजिद को पकड़कर पुलिस के हवाले किया था.
पुलिस ने जिस थ्योरी में आरोपी साजिद की ओर से तमंचे से फायरिंग की बात कह रही है, इससे ही एनकाउंटर पर सवाल उठ रहे हैं.
1- क्या साजिद के पास तमंचा मौजूद था?
2- तमंचा था, तो चाकू से बच्चों की हत्या क्यों की?
3- जब लोगों ने पकड़ा, तो उसने भागने के लिए फायरिंग क्यों नहीं की?
4- जब भीड़ ने उसे पुलिस के हवाले किया, तो भागने में कैसे कामयाब हो गया?
5- क्या जब साजिद को कस्टडी में लिया गया, तो उसकी तलाशी नहीं ली गई?
वारदात के बाद बदायूं के एसएसपी प्रियदर्शी ने बताया कि आरोपी साजिद को जब भीड़ ने पुलिस के हवाले किया, तो उसी दौरान मुख्य आरोपी भीड़ और अंधेरे का फायदा उठाकर भाग निकला. साजिद के फरार होने के बाद पुलिस की टीम उसके पीछे गई. आखिर में करीब दो घंटे बाद उसे पुलिस की टीम ने शेखूपुर के जंगलों में घेर लिया. इसी दौरान साजिद ने तमंचे से पुलिस पर फायरिंग कर दी. इसके बाद जवाबी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने साजिद को एनकाउंटर में मार गिराया.
वारदात के शिकार आयुष और अहान की दादी ने दावा किया था कि आरोपी साजिद को उन्होंने अपनी बहू के साथ मिलकर कमरे में बंद कर दिया था और पड़ोसियों के साथ-साथ पुलिस को सूचना दी थी. पुलिस के आने के बाद उसे सौंप दिया गया.
शिवपाल यादव: समाजवादी पार्टी के नेता और बदायूं लोकसभा सीट से आम चुनाव के लिए पार्टी के प्रत्याशी शिवपाल ने भी एनकाउंटर पर सवाल उठाया है. उन्होंने कहा कि जब आरोपी का एनकाउंटर ही हो गया, तो मामले का खुलासा कैसे होगा?
अजय राय: वाराणसी लोकसभा सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी और यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष अजय राय ने भी कानून व्यवस्था को लेकर सवाल उठाया. उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर तंज कसते हुए कहा कि उन्हें मठ में चले जाना चाहिए.
अखिलेश यादव: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने कहा कि ये पूरी घटना कानून व्यवस्था की नाकामी है.
केशव प्रसाद मौर्या: उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या ने कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के नेताओं के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि मामले की तेजी से निष्पक्ष जांच होगी और सच सामने आएगा. उन्होंने मामले में राजनीति न करने की भी अपील की.