आजमगढ़ में डीएलएड (डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजुकेशन) की परीक्षा में सामूहिक नकल पकड़ी गई. स्टूडेंट्स की कॉपी के बगल में ही बुक्स रखी हुई थीं. इसके लिए बाकायदा स्टूडेंट्स से पैसा वसूला गया था. प्रिंसिपल और टीचरों समेत 12 लोग गिरफ्तार हुए हैं. दरअसल, मंगलवार को पुलिस ने सेठवल स्थित राजेंद्र स्मारक इंटर कॉलेज पर सुबह की पाली में छापामारी की. पुलिस ने वहां से कुछ लोगों को हिरासत में ले लिया.
आजमगढ़ के रानी की सराय इलाके के राजेंद्र प्रसाद स्मारक इंटर कॉलेज में नकल के बदले खुलेआम वसूली हो रही थी. जनपद में चल रही डीएलएड की परीक्षा में नकल होने की शिकायत लगातार आ रही थी. पुलिस ने प्रिंसिपल डॉक्टर अनूप सिंह, टीचर अंकुर सिंह, अवनीश यादव, वीरेंद्र मौर्य, रामाकार सिंह, विकास मिश्रा, दीनदयाल यादव, चंद्रशेखर राय, संतोष पटेल, संजय राय, नीरज राय और नवीन सिंह को गिरफ्तार किया है.
जब पुलिस की टीम कॉलेज में पहुंची तो हैरान रह गई. परीक्षार्थी एक साथ बैठकर किताबों से जवाब नोट कर रहे थे. जब प्रिंसिपल के कमरे की तलाशी ली गई तो वहां से करीब 18.10 लाख रुपये बारमद हुए. आजमगढ़ SP हेमराज मीणा ने बताया कि मंगलवार को डीएलएड के थर्ड सेमेस्टर के परीक्षार्थियों की साइंस समेत 3 विषय की परीक्षा थी. हमें कुछ छात्रों से जानकारी मिली कि राजेंद्र प्रसाद स्मारक इंटर कॉलेज में नकल के लिए खुलेआम वसूली चल रही है.
सिटी सीओ की संयुक्त टीम छापा मारा. एग्जाम सेंटर में 12 लोग नकल कराते हुए पकड़े गए. अब तक कुल 18.10 लाख रुपए एग्जाम सेंटर से बरामद हुए है. इस रेड में पूरे स्कूल मैनेजमेंट की मिलीभगत पाई गई. हमने 12 टीचर और कर्मचारियों का नाम FIR में शामिल किया है.