समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायक इंद्रजीत सरोज के भारत के मंदिरों पर दिए गए विवादास्पद बयान ने सियासी हलचल मचा दी है. इस पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने अपनी प्रतिक्रिया दी और पार्टी को इतिहास से जुड़े सवालों से बचने की सलाह दी है.
#WATCH | Azamgarh, Uttar Pradesh: On the statement of Samajwadi Party MLA Indrajeet Saroj on temples of India, Samajwadi Party Chief Akhilesh Yadav says, "I have not heard his statement, I have not even heard Ramji Lal Suman's statement but I will say in the party that no… pic.twitter.com/ZgjbprdMLQ
— ANI (@ANI) April 15, 2025
क्या बोले थे इंद्रजीत सरोज
सपा के राष्ट्रीय महासचिव और मंझनपुर विधायक इंद्रजीत सरोज ने मंदिरों की शक्ति पर सवाल उठाते हुए कहा था, "अगर भारत के मंदिरों में कोई ताकत होती तो मोहम्मद बिन कासिम, महमूद गजनवी और मोहम्मद गौरी जैसे लुटेरे देश में नहीं आते." उन्होंने आगे कहा, "ताकत सिर्फ सत्ता के मंदिर में है." मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए सरोज ने कहा, "बाबा अपना मंदिर छोड़कर सत्ता के मंदिर में विराजमान हैं. हेलिकॉप्टर में चलते हैं." उन्होंने यह भी कहा, "लुटेरे आए थे और लूट ले गए. क्या कर रहे थे देवी-देवता उस समय? देवी-देवता ताकतवर नहीं थे. हमारे भगवान तो अंबेडकर हैं."
सियासी विवाद
इंद्रजीत सरोज के इस बयान ने धार्मिक और राजनीतिक हलकों में तीखी प्रतिक्रियाएं पैदा की हैं. जहां कुछ लोग इसे धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला मान रहे हैं, वहीं सपा ने इस पर टिप्पणी से बचने की कोशिश की है. अखिलेश के बयान से साफ है कि वह इस विवाद को और तूल नहीं देना चाहते.
अखिलेश यादव का यह बयान सपा की रणनीति को दर्शाता है, जिसमें वह इतिहास और धर्म जैसे संवेदनशील मुद्दों से दूरी बनाकर प्रगतिशील एजेंडे पर ध्यान देना चाहते हैं. यह मामला आने वाले दिनों में और चर्चा का विषय बन सकता है.