उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव ने महाकुंभ के दौरान राज्य के वाहनों को टोल मुक्त करने की मांग की है. उन्होंने कहा कि यह कदम श्रद्धालुओं और यात्रियों के लिए एक बड़ी राहत साबित होगा, जो महाकुंभ में हिस्सा लेने के लिए उत्तर प्रदेश आ रहे हैं. अखिलेश यादव का यह बयान तब आया है जब राज्य में महाकुंभ का आयोजन नजदीक है और लाखों श्रद्धालु प्रदेश में आने की योजना बना रहे हैं.
श्रद्धालुओं के लिए राहत की मांग
अखिलेश यादव ने अपनी बात रखते हुए कहा, "महाकुंभ एक धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व का आयोजन है, जिसमें करोड़ों लोग हिस्सा लेते हैं. ऐसे में राज्य सरकार को श्रद्धालुओं और यात्रा करने वाले वाहनों के लिए टोल को माफ करने का निर्णय लेना चाहिए. यह कदम न केवल आर्थिक दृष्टिकोण से फायदेमंद होगा, बल्कि यह यात्रियों को यात्रा के दौरान एक राहत प्रदान करेगा."
प्रदेश की सड़कों पर बढ़ेगा वाहनों का दबाव
अखिलेश यादव ने यह भी कहा कि महाकुंभ के दौरान प्रदेश की सड़कों पर वाहनों का भारी दबाव रहेगा. ऐसे में टोल पर शुल्क लेने से श्रद्धालुओं को अतिरिक्त खर्च का सामना करना पड़ेगा. इसके बजाय, उन्होंने राज्य सरकार से अनुरोध किया कि टोल शुल्क को स्थगित किया जाए, ताकि यात्रियों को एक सहज यात्रा का अनुभव हो सके और महाकुंभ के आयोजन में कोई विघ्न न आए.
राजनीतिक प्रतिक्रिया
अखिलेश यादव की यह मांग राज्य सरकार के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकती है, क्योंकि इससे राज्य के राजस्व में कमी हो सकती है. हालांकि, महाकुंभ जैसे बड़े धार्मिक आयोजन को ध्यान में रखते हुए यह कदम राज्य सरकार के लिए सकारात्मक प्रभाव छोड़ सकता है, क्योंकि इससे श्रद्धालुओं के बीच एक सकारात्मक संदेश जाएगा.
सपा प्रमुख ने यह भी कहा कि महाकुंभ के दौरान राज्य सरकार को व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने के लिए सभी जरूरी कदम उठाने चाहिए, जिसमें यातायात व्यवस्था और श्रद्धालुओं की सुरक्षा प्रमुख है.