Akhilesh Yadav: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गुरुवार को सत्तारूढ़ BJP पर अयोध्या में अरबों रुपये के भूमि घोटाले का आरोप लगाया. यादव ने दावा किया कि इस घोटाले में भाजपा और सरकारी अधिकारी शामिल हैं, और उन्होंने मामले की तत्काल और गहन जांच की मांग की है. लखनऊ में सपा मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि पवित्र शहर में चल रही भूमि संबंधी चोरी सत्ता में बैठे लोगों द्वारा संचालित भ्रष्टाचार के व्यापक पैटर्न का हिस्सा है.
जुलाई माह में उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार पर अयोध्या में बाहरी लोगों को जमीन बेचने का आरोप लगाया था. उन्होंने मांग की थी कि इन जमीन सौदों की केंद्रीय एजेंसियों से जांच कराई जाए.उन्होंने योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार पर हमला करने के लिए इंडियन एक्सप्रेस की एक खबर का भी हवाला दिया.
सपा प्रमुख ने गुरुवार को कहा कि अधिकारी और भाजपा के लोग लूट में लगे हुए हैं और जहां चोरी होगी, वहां विकास नहीं होगा. मैं अयोध्या में लूट की काली सच्चाई को उजागर करने के लिए अपने पार्टी नेताओं को धन्यवाद देता हूं. उन्होंने कहा कि अगर वे अयोध्या जैसे पवित्र स्थान पर ऐसी चोरी कर सकते हैं, तो कल्पना करें कि उत्तर प्रदेश के अन्य जिलों में कितनी चोरी हो रही होगी.
यादव ने कहा कि अयोध्या में जो किसान अच्छे काम के लिए जमीन दान करना चाहते थे, उन्हें सर्किल रेट बढ़ाए जाने पर मुआवजा देने से मना कर दिया गया. उन्होंने भाजपा और सरकारी अधिकारियों पर अवैध गतिविधियों में शामिल होने का भी आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि जब गरीब और भोले-भाले लोगों की जमीन लेकर दूसरों को सौंप दी गई, तो अयोध्या में सर्किल रेट बढ़ा दिया गया. क्या यह राजस्व की हानि नहीं है?
पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि मुझे खुशी है कि हमें भाजपा पदाधिकारियों से जुड़ी भूमि रजिस्ट्री की प्रतियां प्राप्त हुई हैं. रक्षा भूमि, जो तोपखाने के अभ्यास के लिए थी, उसे भी भाजपा सदस्यों ने बेच दिया. उन्होंने रेलवे लाइन भी बदल दी, जो पहले गरीबों की भूमि या उनके व्यवसायों को प्रभावित नहीं करती थी.