क्या हुआ जब, टूरिस्ट के रूप में देर रात टहलने निकली महिला ACP?
Agra News: आगरा की एसीपी देर रात पर्यटक के तौर पर अकेली ऑटो से टहलने निकली. आगरा में सहायक पुलिस आयुक्त सुकन्या शर्मा ने ऑटो से यात्रा के दौरान इमरजेंसी रिस्पॉन्स सिस्टम नंबर का आकलन करने के लिए 112 पर कॉल किया. फिर जो कुछ हुआ, वो चौंकाने वाला था.
Agra News: सिविल ड्रेस में खुद को टूरिस्ट बताते हुए आगरा की सीनियर महिला पुलिसकर्मी शहर में महिलाओं की सुरक्षा की जांच करने के लिए देर रात अकेले ऑटो में यात्रा के लिए निकलीं. सहायक पुलिस आयुक्त (ACP) सुकन्या शर्मा ने शहर में इमरजेंसी रिस्पॉन्स हेल्प सिस्टम नंबर का आकलन करने के लिए 112 पर कॉल किया.
आगरा कैंट रेलवे स्टेशन के बाहर खड़े होकर 33 साल की अधिकारी ने खुद को शहर का पर्यटक बताते हुए पुलिस को मदद के लिए बुलाया. उन्होंने पुलिस को बताया कि वो टूरिस्ट हैं और उन्हें पुलिस की मदद की जरूरत है. उन्होंने पुलिस को बताया कि काफी रात काफी हो चुकी है और सड़क सुनसान होने के कारण वो डरी हुई है.
हेल्पलाइन ऑपरेटर ने उन्हें सुरक्षित स्थान पर खड़े रहने को कहा और जहां वो खड़ी थीं, उस लोकेशन के बारे में जानकारी ली. टूरिस्ट बनकर रियलिटी चेक करने निकलीं सुकन्या शर्मा को महिला गश्ती दल से फोन आया, जिसमें कहा गया कि वे उसे लेने आ रहे हैं. हालांकि, सुकन्या शर्मा ने उन्हें बताया कि वे आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रणाली की जांच कर रही थीं और उन्होंने टेस्ट पास कर लिया है.
112 पर कॉल करने के बाद शहर में घूमने के लिए ऑटो लिया
112 पर कॉल करने के बाद सुकन्या शर्मा ने महिलाओं की सुरक्षा की जांच करने के लिए एक ऑटो लिया. उसने ड्राइवर को अपना ड्रॉप-ऑफ लोकेशन बताया और किराया बताने के बाद ऑटो में बैठ गई. अपनी पहचान बताए बिना उन्होंने शहर में महिलाओं की सुरक्षा के बारे में भी ऑटो ड्राइवर से बात की. ड्राइवर ने उन्हें काफी जानकारी दी. हालांकि, इस दौरान ऑटो ड्राइवर अपनी ड्रेस में नहीं था, जिसके लिए एसीपी ने उन्हें टोका, फिर ऑटो ड्राइवर ने कहा कि अब से वो ड्रेस पहनेगा.
इसके बाद सुकन्या शर्मा को ऑटो ड्राइवर ने सुरक्षित रूप से उनके बताए लोकेशन पर छोड़ दिया. सुकन्या शर्मा के इस तौर तरीकों की कई लोगों ने तारीफ की है. सामाजिक कार्यकर्ता दीपिका नारायण भारद्वाज ने कहा कि यह वास्तव में महिला सुरक्षा की दिशा में पहला सही कदम है.
भारद्वाज ने एक्स पर कहा कि हर शहर में पुलिस को ऐसा करना चाहिए. एक आम आदमी बनें और खुद शहर का अनुभव लें, ताकि आप जान सकें कि रात में लोगों को किन समस्याओं का सामना करना पड़ता है. डॉ. सुकन्या शर्मा ने अच्छा काम किया है.