menu-icon
India Daily

भेड़िए की दस्तक के बाद अब ग्रेटर नोएडा में लकड़बग्घे का आतंक! क्या शिकंजे में जकड़ पाएगा वन विभाग

ग्रेटर नोएडा में लकड़बग्घे द्वारा खौफ फैलाने का मामला सामने आया है. कसाना व दनकौर में ग्रामीणों ने लकड़बग्घे को देखा है. लकड़बग्घा दिखने के बाद से ग्रामीण और किसान डरे हुए हैं। किसानों ने अपने खेतों में लकड़बग्घे के पैरों के निशान भी पाए.

auth-image
Edited By: Madhvi Tanwar
जानवर
Courtesy: Social Media

यूपी में बीते दिनों कई जिलों में भेड़ियों की दस्तक ने आतंक का माहौल बना दिया है. अभी प्रशासन व पुलिस इन भेड़ियों को अपने शिकंजे में पूरी तरह से काबू भी नहीं कर पाई कि ग्रेटर नोएडा में लकड़बग्घे द्वारा खौफ फैलाने का मामला सामने आया है. कसाना व दनकौर में ग्रामीणों ने लकड़बग्घे को देखा है. लकड़बग्घा दिखने के बाद से ग्रामीण और किसान डरे हुए हैं। किसानों ने अपने खेतों में लकड़बग्घे के पैरों के निशान भी पाए. वन विभाग को लकडबग्घे के बारे में ग्रामीणों ने सूचना दे दी है. वन विभाग की टीम सूचना के आधार पर मौके पर पहुंची. जहां पर भी लकड़बग्घे के पैरों के निशान पाए गए हैं, वहां वन विभाग की टीम लकड़बग्घे को तलाश रही है. 

बुजुर्ग ने देखे अपने खेत में पैरों के निशान

ग्रेटर नोएडा के तुगलकापुर हल्दोना गांव के रहने वाले बुजुर्ग शौकत अली चेची कसाना नगर के बाढ़ क्षेत्र के पास खेत में गए थे. शौकत ने जानकारी देते हुए बताया कि कुछ दिन पहले उन्हे खेत के पास अजीब सी आवाज सुनाई दी. आवास सुनकर जब वह खेत में पहुंचे तो वहां से कुत्तों का झुंड चला गया था और ट्यूबवेल की केबल भी कटी थी. इसपर दांतों के निशान थे. इसके अलावा खेतों में जानवर के पैरों के निशान भी थे. इसी बीच उनके एक साथी ने जंगल में लकड़बग्घा घूमने की जानकारी दी. 

किसान पर हुआ हमला

शौकत को दूसरे किसान ने कहा कि, 5 दिन पूर्व लकड़बग्घे ने कसाना गांव में किसान राकेश सिंह पर हमला किया था. ग्रेटर नोएडा के सेक्टर चाइ फाई के पास राकेश सिंह अपने खेत की देख-रेख कर रहे थे. इसी बीच लकड़बग्घा उनपर हमलावर हो गया. राकेश ने लकड़बग्घा से खुद को बचाया और पेड़ पर चढ गए. हमले में राकेश सिंह के एक पैर को लकडबग्घे ने घायल कर दिया था. 

कब पकड़ा जाएगा लकड़बग्घा

अब इस लकड़बग्घे को पकड़ने के लिए वन विभाग किस पिंछरे का सहारा लेता है यह देखने वाली बात है. क्योंकि यूपी के कई जिलों में आदमखोर भेड़िए ने पहले ही लोगों का जीना मुहाल किया हुआ है. ऐसे में वन विभाग को इस मामले में फूर्ती दिखानी होगी.