Jaunpur Shivling: उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले में एक कब्रिस्तान के बीच शिवलिंग मिलने का मामला सामने आया है. इस घटना के बाद लोग शिवलिंग की सुरक्षा के लिए चारदीवारी बनाने की मांग कर रहे हैं. शुक्रवार की शाम को कुछ लोग इस मांग को लेकर कोतवाली पहुंचे, जिसके बाद प्रशासन और पुलिस मौके पर पहुंच गई और जांच शुरू की.
एक पक्ष का कहना है कि यह शिवलिंग करीब 150 साल पुराना है, जबकि दूसरा पक्ष इसे 15-20 साल पुराना बता रहा है. दूसरा पक्ष कहता है कि यहां कभी-कभी पूजा की जाती है. फिलहाल, स्थिति शांत है लेकिन एहतियात के तौर पर पुलिस बल तैनात कर दिया गया है.
यह मामला जौनपुर शहर के मुल्ला टोला मोहल्ले का है, जहां कब्रिस्तान में शिवलिंग पाया गया है. लोगों का कहना है कि 1972 में दोनों पक्षों में समझौता हुआ था कि हिंदू लोग यहां पूजा करते रहेंगे. वहीं, कुछ लोग बताते हैं कि शिवलिंग पहले पीपल के पेड़ के नीचे था. पेड़ गिरने के बाद शिवलिंग खुले में आ गया.
इस मोहल्ले में ज्यादातर मुस्लिम आबादी है, लेकिन यहां पर होलिका दहन भी होता है और शिवलिंग पर पूजा भी होती है. दोनों समुदायों के बीच कोई तनाव नहीं है. पूर्व सभासद फैसल यासीन ने कहा कि शिवलिंग मिलने की बात नई नहीं है. 2006 से लोग यहां पूजा कर रहे हैं और कोई विवाद नहीं है.
सिटी मजिस्ट्रेट इंद्र नंदन सिंह ने बताया कि प्रशासन ने मौके पर जाकर देखा है. दो पक्षों के दावे हैं – एक पक्ष का कहना है कि यहां पहले मंदिर था, जो टूट गया है. दूसरा पक्ष कहता है कि पूजा कभी-कभार होती है. सोशल मीडिया पर शिवलिंग को नुकसान पहुंचाने की खबरें गलत बताई गई हैं. पुलिस ने कहा है कि कोई नुकसान नहीं हुआ है और स्थिति पूरी तरह शांतिपूर्ण है.