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वाराणसी में संभल जैसा केस; मुस्लिम बहुल इलाके में बंद मिला मंदिर, 'काशी खंड' में है चर्चा

वाराणसी के मुस्लिम बहुल इलाके में एक मंदिर में पिछले 10 साल से ताला लटके होने का मामला सामने आया है. ऐसा ही मामला हाल ही में संभल से भी आ चुका है. 

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Edited By: Kamal Kumar Mishra
Varanasi Locked Temple
Courtesy: x

Varanasi Locked Temple: उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले से संभल जैसा मामला सामने आया है. हाल ही में संभल के मुस्लिम बहुल इलाके में 46 साल से बंद पड़े मंदिर की जानकारी मिली थी, जिसे प्रशासन ने दोबारा से खुलवा दिया है. अब ऐसा ही मामला बनारस से आया है, जहां मुस्लिम इलाके में पिछले 10 साल से एक मंदिर बंद मिला है. सनातन रक्षक दल ने इस मंदिर को खुलवाने की मांग की है. मौके पर पुलिस बल को तैनात किया गया है. 

दरअसल, वाराणसी का यह मुस्लिम बहुल इलाका मदनपुरा है, जो दशाश्वमेध थाना क्षेत्र में आता है. यहां पर पिछले 10 साल से एक मंदिर बंद पड़ा है. मंदिर की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद सनातरन रक्षक दल ने प्रशासन को पत्र देकर मंदिर खुलवाने की मांग की है. 

10 साल से मंदिर में लटका ताला

बताया जा रहा है कि यह मंदिर मदनपुरा इलाके में मकान संख्या D-31 के चबूतरे के पास है. इस मंदिर में पिछले 10 साल से ताला लटका हुआ है. इस मंदिर की कई तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुंई थी, जिसके बाद सनातन दल के प्रदेश अध्यक्ष अजय शर्मा ने प्रशासन को पत्र लिखकर मंदिर को दोबारा खुलवाने की बात कही है. 

250 साल पुराना मंदिर

अजय शर्मा की तरफ से पत्र मिलने के बाद पुलिस की एक टीम मौके पर जांच करने पहुंची और भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात कर दिया. दावा किया जा रहा है कि यह मंदिर करीब 250 साल पुराना है. लेकिन पिछले एक दशक इस मंदिर में ताला लगा है. बताया जा रहा है कि मंदिर के अंदर मिट्टी भर गई है. 

मंदिर के पास सिद्धतीर्थ कूप

दावा यह भी किया जा रहा है कि इस मंदिर का जिक्र काशी खंड में भी है. यह मंदिर पुष्पदंतेश्वर से दक्षिण परम सिद्धिप्रद सिद्धिश्वर का बताया जा रहा है, जिसके पास ही सिद्धतीर्थ कूप भी है. हालांकि अभी तक यह नहीं पता चल सका है कि मंदिर पर मालिकाना हक किसका है. इस बात की जानकारी जुटाई जा रही है कि मंदिर पर ताला किसने लगाया है.