गाजियाबाद रेलवे स्टेशन से एक चार महीने की मासूम बच्ची के अपहरण का चौंकाने वाला मामला सामने आया है. दो अजनबियों से कुछ घंटों की दोस्ती दंपति के लिए एक बुरा सपना बना गई. मंगलवार को दंपति की चार महीने की बच्ची का अपहरण कर लिया गया. मसूरी गांव के निवासी दीपक अपनी पत्नी अर्चना और चार महीने की बेटी 'किस्मत' के साथ आगरा जाने के लिए गाजियाबाद रेलवे स्टेशन पहुंचे. टिकट लेने के बाद दीपक स्टेशन के बाहर गया, जहां उसकी मुलाकात दो अनजान व्यक्तियों से हुई. ये दोनों शराब पी रहे थे और दीपक ने भी उनके साथ शराब पीना शुरू कर दिया.
दीपक के अनुसार, इनमें से एक व्यक्ति ने खुद को विकास बताया और कहा कि वह भी आगरा जा रहा है. बातचीत के दौरान, उसने दीपक को कई बार बच्ची को पैसे के बदले देने की पेशकश की, लेकिन दीपक ने इनकार कर दिया.
लापरवाही का फायदा उठाकर बच्ची को ले गया आरोपी
घटना 10 दिसंबर की दोपहर 2:30 बजे के करीब हुई. अर्चना टॉयलेट गई थी और दीपक शराब के नशे में बेसुध था. इसी का फायदा उठाते हुए आरोपी विकास बच्ची को चुपचाप लेकर वहां से भाग निकला. अर्चना जब वापस आई तो बच्ची को वहां न पाकर सिहर उठी, उसने रेलवे स्टेशन पर हर जगह तलाश की, लेकिन बच्ची का कोई पता नहीं चला. दीपक शाम 8 बजे होश में आया और उसने पाया कि उसकी बेटी गायब है.
पुलिस ने दर्ज किया मामला
परिवार ने घटना की जानकारी रात 9 बजे रेलवे पुलिस को दी. पुलिस ने विकास के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज किया है और बच्ची को खोजने के लिए जांच शुरू कर दी है.
मानसिक रूप से बीमार है पत्नी
दीपक ने पुलिस को बताया कि उसकी पत्नी मानसिक रूप से बीमार है और वह उसे चंद दिनों के लिए आगरा उसके गांव छोड़ने के लिए जा रहा था. उसने कहा, 'मैंने कभी नहीं सोचा था कि कुछ घंटों की दोस्ती मेरी जिंदगी को तबाह कर देगी. आरोपी ने मेरी बेटी को पैसे के बदले मांगने की बात कही थी, लेकिन मैंने मना कर दिया. उसने मौका पाकर मेरी बच्ची को चुरा लिया.' फिलहाल पुलिस बच्ची की तलाश में जुट गई है.