Sikar Dalit Youth Assault: राजस्थान के सीकर जिले के फतेहपुर इलाके से एक बहुत ही दुखद खबर सामने आई है. यहां एक दलित युवक ने आरोप लगाया है कि 8 अप्रैल को दो स्थानीय लोगों ने उसे किडनैप कर लिया था. किडनैप करने के बाद उन लोगों ने उसके साथ बहुत बुरी तरह से मारपीट की और उसे जातिसूचक गालियां दीं. युवक ने यह भी कहा कि उसके साथ गलत काम भी किया गया.
युवक के परिवार ने 16 अप्रैल को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई. शिकायत में उन्होंने बताया कि आरोपियों ने युवक के ऊपर पेशाब किया, उसे शराब की बोतल से मारा और धमकी दी कि अगर उसने किसी को इस बारे में बताया तो उसके साथ बहुत बुरा होगा.
शिकायत के अनुसार, पीड़ित युवक अपने गांव में एक शादी की बारात देखने के लिए घर से निकला था. तभी आरोपी उसके पास आए और कहा कि बस स्टैंड पर कुछ काम है. युवक ने बताया कि वे उसे एक सुनसान जगह पर ले गए और वहां उसे लात, घूंसे और थप्पड़ मारे. उन्होंने उसके प्राइवेट पार्ट्स पर भी हमला किया. पीड़ित ने कहा कि आरोपियों ने उसके पिता को नुकसान पहुंचाने की बात भी कही, जो विदेश में हैं. उन्होंने कहा कि अब उसकी बारी है.
युवक ने बताया कि आरोपियों ने उसे अपनी पजामे उतारने के लिए मजबूर किया और फिर उसके साथ गलत काम किया. उन्होंने उसे जाति के नाम पर बहुत बुरी गालियां भी दीं. युवक ने कहा कि दोनों आरोपी नशे में थे. पास की बस्ती के दो लड़कों ने उसे बचाया, लेकिन 'शर्म और डर' के कारण उसने शुरुआत में अपने परिवार को कुछ नहीं बताया.
आरोपियों ने कथित तौर पर मारपीट का वीडियो भी बना लिया था और उसे सोशल मीडिया पर वायरल करने की धमकी दी थी. जब युवक को बहुत दर्द होने लगा और उसे रोजमर्रा के काम करने में भी परेशानी होने लगी, तब उसने अपने परिवार को सब कुछ बताया. इसके बाद परिवार वाले तुरंत उसे पुलिस स्टेशन ले गए और दो आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कराया.
पुलिस ने इस मामले में कई धाराओं के तहत केस दर्ज किया है, जिसमें दलितों और आदिवासियों पर अत्याचार रोकने का कानून भी शामिल है. फतेहपुर के डीएसपी अरविंद कुमार जाट ने कहा, 'एक दलित युवक ने शिकायत दर्ज कराई है कि उसके साथ जातिसूचक गालियां दी गईं, गलत काम किया गया और मारपीट की गई.'
यह घटना ऐसे समय में सामने आई है जब मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा सीकर का दौरा करने वाले थे. विपक्षी कांग्रेस पार्टी ने इस घटना को लेकर सरकार पर निशाना साधा है. पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोशल मीडिया पर लिखा कि उन्हें उम्मीद है कि मुख्यमंत्री सीकर दौरे के दौरान दलित युवक से मिलेंगे. उन्होंने यह भी कहा कि युवक इतना डरा हुआ था कि वह आठ दिनों तक शिकायत भी दर्ज नहीं करा सका. विपक्ष के नेता टीकाराम जूली ने इस घटना को 'आज के राजस्थान की सच्चाई' बताया. उन्होंने कहा कि सीकर की यह घटना बहुत ही शर्मनाक है.