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India Daily

पहलगाम आतंकी हमले के खिलाफ चंडीगढ़ में भाजपा और कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन, शहीदों को दी श्रद्धांजलि

पहलगाम आतंकी हमले के विरोध में चंडीगढ़ में भाजपा और कांग्रेस ने अलग-अलग प्रदर्शन किए. इस हमले में 26 लोगों की मौत हुई थी, दोनों पार्टियों ने हमले की निंदा की और शहीदों को श्रद्धांजलि दी.

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Edited By: Anvi Shukla
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Courtesy: social media

Chandigarh Protests: बुधवार को पंजाब की भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और कांग्रेस ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले के खिलाफ चंडीगढ़ में अलग-अलग विरोध प्रदर्शन किए. इस हमले में 26 निर्दोष लोगों की जान चली गई थी, जिसको लेकर दोनों पार्टियों ने पाकिस्तान और आतंकवाद के खिलाफ अपनी आवाज उठाई.

बीजेपी के विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री और पार्टी के पंजाब मामलों के प्रभारी विजय रुपाणी ने किया. रुपाणी ने इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि हमले के दोषियों को किसी भी कीमत पर नहीं बख्शा जाएगा. उन्होंने इसे कश्मीर में शांति को बिगाड़ने की एक साजिश बताया. 

BJP कार्यकर्ताओं ने निकाला मार्च

रुपाणी ने कहा, 'यह आतंकी हमला सिर्फ निर्दोष लोगों की हत्या नहीं है, बल्कि कश्मीर में शांति, व्यापार और पर्यटन पर सीधा हमला है. नरेंद्र मोदी सरकार ने पिछले कुछ वर्षों में कश्मीर के विकास और स्थिरता के लिए कई निर्णायक कदम उठाए थे, जिससे कश्मीर में पर्यटकों की संख्या बढ़ी, स्थानीय लोगों को रोजगार मिला और जिंदगी सामान्य हुई.' बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने सेक्टर-37 स्थित पार्टी कार्यालय से एक मार्च निकाला और सेक्टर 25 के पास पाकिस्तान विरोधी नारे लगाए और एक पुतला जलाया.

कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन

वहीं कांग्रेस ने भी इस आतंकी हमले के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद की. कांग्रेस के राज्य अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग के नेतृत्व में पार्टी कार्यकर्ताओं ने पाकिस्तान के खिलाफ नारेबाजी की और देश की एकता को मजबूत करने की अपील की. वड़िंग ने कहा, 'केंद्र को पाकिस्तान को कड़ा जवाब देना चाहिए, जिसके इशारे पर निर्दोष भारतीय नागरिकों की हत्या की गई है.'

उन्होंने आगे कहा, 'यह हमला देश की एकता और अखंडता पर सीधा हमला है. हम सभी, चाहे हमारी राजनीतिक विचारधारा कुछ भी हो, दुश्मन की कायराना योजनाओं को परास्त करने के लिए एकजुट हैं. हम भारतीय एकजुट और सक्षम हैं, जो दुश्मनों को सबसे कड़ा सबक सिखा सकते हैं.'

कश्मीर में शांति और विकास

दोनों पार्टियों ने इस आतंकवादी हमले के खिलाफ एकजुट होकर विरोध किया और पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की. उनकी यह एकजुटता और आक्रोश यह साबित करता है कि कश्मीर में शांति स्थापित करने के लिए किए गए प्रयासों के बावजूद आतंकवाद और पाकिस्तान की ओर से लगातार खतरे बने हुए हैं.