खडूर साहिब से निर्दलीय सांसद और खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह की हिरासत अवधि पंजाब सरकार ने एक साल के लिए और बढ़ा दी है. वह राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (NSA) के तहत असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद है और पिछले दो सालों से वहीं सजा काट रहा है.
पंजाब पुलिस की एक टीम अमृतपाल को पंजाब वापस लाने की तैयारी कर चुकी थी, लेकिन आखिरी समय में राज्य और केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों के बीच विचार-विमर्श के बाद एनएसए के तहत उसकी हिरासत को एक और साल के लिए बढ़ाने का फैसला किया गया. अमृतसर के जिला मजिस्ट्रेट की सिफारिश पर राज्य गृह विभाग ने उनकी हिरासत एक वर्ष के लिए बढ़ाने को मंजूरी दे दी.
एनएसए के अलावा अमृतपाल सिंह के ऊपर गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत भी आरोप लगे हैं. सिंह की गिरफ़्तारी मार्च 2023 में एक बड़ी कार्रवाई के बाद हुई है, जब उन्हें एक महीने तक चली तलाशी के बाद गिरफ़्तार किया गया था. अधिकारियों ने उन पर अलगाववादी गतिविधियों को बढ़ावा देने और हिंसा भड़काने की कोशिश करने का आरोप लगाया था.
अमृतपाल सिंह को पुलिस ने लंबी तलाशी के बाद गिरफ्तार किया था. इसके विरोध में अजनाला मे पुलिस स्टेशन पर हिंसक हमला हुआ. उसके समर्थकों ने तलवारों औऱ बंदूक लेकर थाना पर हमला किया. बैरिकेड तोड़ दिए और थाना में घुस गए.