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India Daily

Pahalgam Attack: 'पति की आखिरी निशानी लेकर भागी...', आखिरी वक्त में क्या-क्या हुआ पत्नी ने सुनाई मौत की भयानक आपबीती

मंजूनाथ राव और भरत भूषण उन 26 लोगों में शामिल हैं जिन्हें मंगलवार को कश्मीर के पहलगाम में उनकी धार्मिक पहचान की पुष्टि के बाद उनके परिवारों के सामने मार दिया गया. आतंकवादियों द्वारा मारे गए ज्यादातर लोग पर्यटक थे. पहलगाम हमले की जांच कई स्तर पर जारी है. जांचकर्ताओं ने बुधवार को पांच आतंकवादियों की पहचान की. इनमें तीन पाकिस्तानी नागरिक और दो जम्मू-कश्मीर के निवासी शामिल हैं.

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Edited By: Reepu Kumari
Manjunath Rao and Bharat Bhushan who were killed in front of their families after confirming their r
Courtesy: X

Pahalgam Attack: पहलगाम आतंकवादी हमले में आतंकवादियों द्वारा मारे गए कर्नाटक के दो पर्यटकों के शव गुरुवार को यहां केम्पेगौड़ा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर लाए गए. मंजूनाथ राव और भरत भूषण उन 26 लोगों में शामिल हैं जिन्हें मंगलवार को कश्मीर के पहलगाम में उनकी धार्मिक पहचान की पुष्टि के बाद उनके परिवारों के सामने मार दिया गया. आतंकवादियों द्वारा मारे गए ज्यादातर लोग पर्यटक थे.  

भरत पत्नी सुजाता और तीन साल के बेटे के साथ पहलगाम  टूर पर गए थे. जब आतंकी ने उनके पति को गोली मारी तो किसी तरह उनकी पत्नी और बेटे ने अपनी जान बचाई.

पत्नी और बेटे के सामने भरत की मौत

खबर एजेंसी को सुजाता की माता जी ने बताया कि भरत को आतंकियों ने उनकी पत्नी और बेटे के सामने ही गोली मारी है. बाद में उनकी बेटी ने फोन कर उन्हें जानकारी दी कि फिलहाल वो आर्मी बेस कैंप में है. वह सुरक्षित हैं. जैसे ही उनका भाई पहुंच जाएगा वो अस्पताल जा कर अपने पति के पार्थिव शरीर को ले जाएगी. सुजाता ने आखिरी निशानी के तौर पर भरत के पहचान पत्र को उठाया और अपने तीन साल के बेटे को लेकर किसी तरह भागी.

मंजूनाथ की पहली फैमली ट्रिप 

वहीं दूसरी और शिवमोग्गा के मंजूनाथ राव भी अपनी पत्नी और बेटे के साथ छुट्टियां मनाने गए थें. उनकी बहन से पता चला कि ये मंजूनाथ का राज्य से बाहर पहला टूर था जो कि फैमली के साथ था. शाम को हमले के बाद उनके दोस्त ने उन्हें 4:30 मिनट पर उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया. बाद में TV पर पता चला कि अब वो इस दुनिया में नहीं रहें. 

पहलगाम हमले की जांच कई स्तर पर जारी है. जांचकर्ताओं ने बुधवार को पांच आतंकवादियों की पहचान की. इनमें तीन पाकिस्तानी नागरिक और दो जम्मू-कश्मीर के निवासी शामिल हैं. अधिकारियों ने क्षेत्र में लगभग दो दशक में हुए सबसे बड़े आतंकवादी हमले के साजिशकर्ताओं को पकड़ने के लिए प्रयास तेज कर दिए हैं.