Bengaluru Traffic: बेंगलुरु की ट्रैफिक समस्या वर्षों से एक बड़ी चुनौती बन चुकी है. इस समस्या से निपटने के लिए केंद्र सरकार ने अब एक नया कदम उठाने की योजना बनाई है. केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने हाल ही में कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया से मुलाकात की. इस दौरान बेंगलुरु की ट्रैफिक जाम को कम करने के लिए दो महत्वपूर्ण प्रस्ताव रखे. इन प्रस्तावों में 'ट्रिपल-लेयर फ्लायओवर' और 'टनल रोड' शामिल हैं.
ट्रिपल-लेयर फ्लायओवर का प्रस्ताव
गडकरी ने यह भी सुझाव दिया कि बेंगलुरु में पहले से मौजूद फ्लायओवरों में दो अतिरिक्त लेयर (परत) जोड़ने पर विचार किया जा सकता है. इस मल्टी-टियर फ्लायओवर योजना को देश के अन्य हिस्सों में भी लागू किया जा रहा है और इससे ट्रैफिक के दबाव को काफी हद तक कम किया जा सकता है. गडकरी ने कहा, "यह तरीका बेंगलुरु के ट्रैफिक संकट को हल करने में सहायक हो सकता है."
गडकरी ने यह भी स्पष्ट किया कि केंद्र सरकार बेंगलुरु की सड़क संरचना को सुधारने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा, "विकास में कोई राजनीति नहीं होती. मैं सभी मुख्यमंत्रीओं को समान रूप से देखता हूं, चाहे उनकी पार्टी कुछ भी हो. हालांकि, जब परियोजनाएं समय पर पूरी नहीं होतीं, तो मैं नाराज भी हो सकता हूं."
गडकरी ने यह भी बताया कि कर्नाटक में ₹10,000 करोड़ की परियोजनाएं तैयार थीं, लेकिन प्रगति में देरी हो रही थी. हाल ही में हुई बैठक में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने 38 में से 26 प्रस्तावों को मंजूरी दी, जो एक सकारात्मक कदम था.
टनल रोड परियोजना: क्या यह बेंगलुरु के लिए स्थायी समाधान है?
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने नितिन गडकरी से मुलाकात के दौरान बेंगलुरु में एक बड़े शहरी टनल प्रोजेक्ट के लिए केंद्रीय मंजूरी की मांग की थी. यह प्रस्तावित टनल बेंगलुरु के विभिन्न राष्ट्रीय राजमार्गों को आपस में जोड़ने के लिए होगा, जैसे माईसूर रोड (NH-275), होसूर रोड (NH-48/NH-75), तुमकुरु रोड (NH-48), बल्लारी रोड (NH-44), और ओल्ड मद्रास रोड (पुराना NH-4).