मकर संक्रांति से पहले 'पाप', उपद्रवियों ने गायों के काटे थन, खून से लथपथ पड़े मवेशियों देखकर भड़के लोग
Bengaluru: बेंगलुरु के विनायकानगर इलाके में कुछ उपद्रवियों ने 3 गायों के थन काट दिए, जिसके चलते मवेशियों असहनीय पीड़ा हुई. तीनों गाय रात भर कराहती रहीं.
Bengaluru : कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. कुछ अज्ञात उपद्रवियों ने तीन गायों पर हमला किया. बदमाशों ने गायों के थन काट दिए, जिसकी वजह से मवेशियों को अथाह पीड़ा का सामना करना पड़ा और वो कराहती रहीं. यह घटना कर्नाटका के चामराजपेट स्थित विनायकानगर क्षेत्र में घटी. गायें एक स्थानीय निवासी, करणा की थीं.
स्थानीय निवासियों ने सुबह उठते ही गायों की चीखें सुनीं और जब वे बाहर निकले तो देखा कि गायें खून से सनी पड़ी थीं. यह दृश्य न केवल दिल दहला देने वाला था, बल्कि पूरे इलाके में एक भारी तनाव का कारण बना. पशुओं की यह हालत देखकर लोग सदमे में आ गए और घटना की कड़ी निंदा की.
मुख्यमंत्री सिद्दारमैया ने दिए जांच के आदेश
इस वीभत्स घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने बेंगलुरु पुलिस कमिश्नर बी दयानंद को मामले की जांच करने का निर्देश दिया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है और आरोपियों की पहचान करने के लिए प्रयासरत है.
बीजेपी मनाएगी काली संक्राति
वहीं, इस घटना के बाद भारतीय जनता पार्टी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. भाजपा ने कहा कि यदि राज्य सरकार आरोपियों के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं करती है, तो वे 'काली संक्रांति' मनाएंगे. कर्नाटका विधानसभा में विपक्ष के नेता आर. अशोक ने कहा, "यह घिनौनी घटना जिहादी मानसिकता का परिणाम है. यदि सरकार आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करती, तो हम काली संक्रांति मनाएंगे." उन्होंने कहा कि गायों और बैलों का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व है, जिन्हें संक्रांति के समय पूजा और सजाया जाता है.