Manjunath Rao Last Rites Pahalgam Attack: शिवमोग्गा में गुरुवार को गम की लहर दौड़ गई जब पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए मंजूनाथ राव का अंतिम संस्कार किया गया. बेटे अभिजय ने तुंगा नदी के किनारे स्थित रोटरी श्मशान में पिता को मुखाग्नि दी.
मंजूनाथ राव का पार्थिव शरीर सुबह 10:30 बजे बेंगलुरु से सड़क मार्ग से शिवमोग्गा पहुंचा. शव यात्रा बेक्किनाकल मठ जंक्शन से शुरू होकर विजय नगर स्थित घर तक पहुंची. रास्ते में लोगों ने एम्बुलेंस रोककर श्रद्धांजलि दी. नेहरू रोड, दुर्गिगुड़ी और गांधी बाजार के व्यापारी भी शोक में अपनी दुकानें बंद रखकर बंद का समर्थन करते दिखे.
दोपहर 3:30 बजे अंतिम संस्कार हुआ, जिसमें भारी संख्या में लोग शामिल हुए. जनप्रतिनिधि, जिला अधिकारी और परिजन मौजूद रहे. शिवमोग्गा सशस्त्र रिजर्व बल ने राजकीय सम्मान में सलामी दी.
Manjunath Rao's wife Pallavi and Son Abijay in Shivamogga lying before his lifeless body. Son had secured 97% in his 12th boards and they had been to J&K to celebrate his achievement. Unspeakable horrors of Pahalgam 🙏🏾💔 #PahalgamTerroristAttack pic.twitter.com/nF7cnN0GQ4
— Anagha Kesav (@anaghakesav) April 24, 2025
मंजूनाथ की पत्नी पल्लवी ने बताया कि हमले के वक्त वे पास ही खड़े थे. मंजूनाथ राव कुछ खाने लेने गए थे, तभी फायरिंग शुरू हो गई. 'हमें लगा पटाखे फूट रहे हैं,' उन्होंने कहा. हमलावरों ने हिंदू पहचान पूछी और गोली चला दी. पल्लवी ने बताया, 'मैंने कहा, मुझे भी मारो, तो उन्होंने जवाब दिया – मोदी को बता देना.'
पल्लवी ने कहा कि स्थानीय चार मुस्लिमों ने उन्हें अस्पताल पहुंचाया, जिनमें एक ने उनके बेटे को एक मील तक गोद में उठाया. उन्होंने केंद्र सरकार से सख्त कार्रवाई और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की अपील की.