Vijayapura: कर्नाटक के विजयपुरा स्थित अल-अमीन मेडिकल कॉलेज में एक कश्मीरी छात्र के साथ रैगिंग और मारपीट का मामला सामने आया है. 22 वर्षीय हामिम, जो जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग का निवासी है, ने आरोप लगाया कि मंगलवार को एक क्रिकेट मैच के दौरान और बाद में हॉस्टल में उसके सीनियर्स ने उसके साथ बदसलूकी और मारपीट की.
पांच आरोपी छात्र गिरफ्तार, पुलिस ने की पुष्टि
आपको बता दें कि विजयपुरा के पुलिस अधीक्षक लक्ष्मण निंबर्गी ने इस मामले की पुष्टि करते हुए कहा कि हामिम के साथ मारपीट की गई थी. इस मामले में पांच सीनियर्स को भारतीय दंड संहिता और कर्नाटक शिक्षा अधिनियम, 1983 के तहत गिरफ्तार किया गया है.
गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान इस प्रकार की गई है:-
क्रिकेट मैच के दौरान हुआ विवाद, अपमानजनक व्यवहार का आरोप
वहीं बता दें कि ये घटना तब हुई जब 2019 और 2022 बैच के छात्रों के बीच एक क्रिकेट मैच खेला जा रहा था. जम्मू-कश्मीर छात्र संघ (जेकेएसए) के राष्ट्रीय संयोजक नासिर खुहमी ने दावा किया कि हामिम को उसके सीनियर्स द्वारा महीनों से प्रताड़ित किया जा रहा था क्योंकि वह 2023 बैच की क्रिकेट टीम का कप्तान था. उन्होंने कहा, ''मैच के दौरान, जब हामिम बाउंड्री लाइन के पास खड़ा था, तो एक सीनियर ने उसे वहां से हटने के लिए कहा. जब उसने दूर जाने की कोशिश की, तो सीनियर्स ने उसे अपमानित किया और जबरन गाने गाने व नृत्य करने के लिए मजबूर किया.''
फोन से रिकॉर्डिंग करने पर बढ़ा गुस्सा, हॉस्टल में किया गया हमला
बताते चले कि जब हामिम ने खुद को बचाने के लिए इस घटना को अपने फोन में रिकॉर्ड करने की कोशिश की, तो आरोपी सीनियर्स भड़क उठे. उसी शाम, 6-8 लोग उसके हॉस्टल के कमरे में घुस आए और उस पर हमला कर दिया. बता दें कि खुहमी ने आरोप लगाया कि, ''उन्होंने उसे बार-बार पीटा, माफी मांगते हुए एक वीडियो रिकॉर्ड करने को मजबूर किया और धमकी दी कि उसे अगले चार साल तक क्रिकेट खेलने की अनुमति नहीं दी जाएगी.''
सोशल मीडिया पर मामला उठने के बाद पुलिस हरकत में आई
बता दें कि पीड़ित छात्र के समर्थन में सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए संदेशों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार को टैग किया गया. इसके बाद विजयपुरा ग्रामीण पुलिस ने मामले की जांच शुरू की और कॉलेज का दौरा किया.
कॉलेज प्रशासन ने घटना को बताया 'मामूली झगड़ा'
इसके अलावा, अल-अमीन मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक डॉ. जिलानी अवती ने इस घटना को दो छात्र टीमों के बीच हुआ 'सामान्य झगड़ा' बताया. उन्होंने कहा, ''हामिम ने संभवतः कश्मीरी छात्र संघ को सूचित किया, जिसने पूरे मामले को गलत तरीके से पेश कर दिया. यदि कोई अनुशासनहीनता साबित होती है, तो उचित कार्रवाई की जाएगी.'' उन्होंने यह भी दावा किया कि कॉलेज में रैगिंग विरोधी सख्त नीति लागू है और ''पिछले 40 वर्षों में कॉलेज में रैगिंग की कोई घटना सामने नहीं आई है.''