Karnataka: बेलगावी जिले के मालमारुति पुलिस ने रविवार को एक 35 साल की महिला को अपने दो महीने के बच्चे को बीमारी के कारण कनाबरागी झील में फेंकने के आरोप में गिरफ्तार किया है. यह घटना रविवार दोपहर की है, जब महिला ने अपने बच्चे को झील में फेंक दिया था, लेकिन आस पास के लोगों ने उसे समय रहते बचा लिया. बच्चा अब सुरक्षित है और उसका इलाज बेलगावी के BIMS सरकारी अस्पताल में चल रहा है.
पुलिस सूत्रों के अनुसार, आरोपी महिला की पहचान रामतीर नगर निवासी शांता रॉबर्ट करविनाकोप्पी के रूप में हुई है. शांता के बच्चे को मिर्गी और दौरे की बीमारी थी, जिसकी जानकारी पुलिस की शुरुआती जांच में सामने आई. महिला ने अपने बच्चे को झील में फेंके जाने की सूचना सबसे पहले वहां से गुजर रहे कन्हैया जंबली ने दी. कन्हैया ने बताया कि जब वह कनाबरागी झील के पास से गुजर रहे थे, तो उन्होंने एक महिला को अपने बच्चे को पानी में फेंकते हुए देखा.
कन्हैया जंबली ने तुरंत शोर मचाया और आसपास के लोगों को घटना के बारे में बताया. इसके बाद, वहां मौजूद कुछ युवकों ने मवेशी चराते समय झील में छलांग लगाकर बच्चे को बचाया. वे बच्चे को सुरक्षित किनारे पर लाए और तुरंत उसकी स्थिति की जांच की.
बच्चे को बचाने के बाद, स्थानीय लोगों ने शांता को पकड़ लिया और पुलिस को सूचित किया. पुलिस ने घटना स्थल पर पहुंचकर आरोपी महिला को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने यह भी बताया कि शांता का यह तीसरा बच्चा था.
घटना के बाद पुलिस ने शांता के पति से भी पूछताछ शुरू कर दी है. वह एक निजी कंपनी में काम करता है और पुलिस ने उसे भी हिरासत में ले लिया है. मालमारुति पुलिस स्टेशन में इस मामले के संबंध में मामला दर्ज किया गया है.
यह पहली बार नहीं है जब बेलगावी में ऐसी कोई घटना हुई हो. कुछ दिन पहले ही, एक महिला ने अपने दो दिन के बच्चे को BIMS अस्पताल में छोड़ दिया था, जिससे बच्चे की देखभाल में देरी के कारण उसकी मौत हो गई थी. इस मामले में भी पुलिस ने महिला को गिरफ्तार किया था.
मालमारुति पुलिस ने बताया कि इस प्रकार की घटनाओं को लेकर वे काफी गंभीर हैं और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. साथ ही, पुलिस ने जनता से अपील की है कि इस तरह के अपराधों की सूचना देने में झिजकें नहीं और समाज में इस प्रकार की घटनाओं को बढ़ावा देने वाले तत्वों को समाप्त करने में सहयोग करें.