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बेंगलुरु मेट्रो किराया वृद्धि पर कर्नाटक के CM का कड़ा रुख, BMRCL को कम करने का दिया निर्देश

कर्नाटक सरकार और बीएमआरसीएल के बीच मेट्रो किराए में वृद्धि को लेकर असहमति का दौर जारी है. मुख्यमंत्री सिद्धारमैया द्वारा बीएमआरसीएल को किराए में कमी करने का निर्देश और सोशल मीडिया पर हो रहे विरोध को देखते हुए, यह संभावना जताई जा रही है कि इस मुद्दे पर जल्द कोई बड़ा कदम उठाया जा सकता है.

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CM Siddaramaiah: बेंगलुरु मेट्रो किराए में हाल ही में हुई वृद्धि पर कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने बीएमआरसीएल (बेंगलुरु मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड) को असामान्य वृद्धि को कम करने का निर्देश दिया है. 13 फरवरी को एक ट्वीट से सिद्धारमैया ने कहा कि मेट्रो किराए में हुई वृद्धि यात्रियों के हितों के खिलाफ है और इसे जल्द से जल्द ठीक किया जाना चाहिए.

सिद्धारमैया ने कहा, 'बीएमआरसीएल द्वारा मेट्रो किराए में किए गए संशोधन से कई विसंगतियां उत्पन्न हुई हैं. कुछ खंडों में किराया दोगुना से भी अधिक हो गया है. मैंने बीएमआरसीएल के एमडी से इन मुद्दों को तुरंत संबोधित करने और उन किराए को कम करने का निर्देश दिया है, जहां वृद्धि असामान्य रूप से अधिक है. यात्रियों के हितों की रक्षा की जानी चाहिए.' मुख्यमंत्री ने यह भी साफ किया कि मेट्रो किराए में वृद्धि पर बीएमआरसीएल का फैसला उनके कंट्रोल से बाहर था.

विपक्षी दलों का विरोध

कर्नाटक में मेट्रो किराए में वृद्धि के बाद कांग्रेस और भाजपा दोनों ही पार्टियां एक-दूसरे को दोषी ठहरा रही हैं. दोनों दलों के सदस्य इस वृद्धि के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. कर्नाटक विधानसभा में भी इस मुद्दे को लेकर दोनों दलों के बीच तीखी बयानबाजी देखने को मिल रही है. कांग्रेस पार्टी ने इस वृद्धि को आम जनता के खिलाफ करार दिया है, जबकि भाजपा ने बीएमआरसीएल और राज्य सरकार के खिलाफ आक्रोश व्यक्त किया है. 

बता दें की बीएमआरसीएल ने 9 फरवरी को मेट्रो किराया वृद्धि लागू की थी, जिसके तहत अधिकतम किराया 60 रुपये से बढ़ाकर 90 रुपये कर दिया गया. यह वृद्धि लगभग 50 प्रतिशत थी. हालांकि, इस वृद्धि के कारण बेंगलुरु के कई मेट्रो स्टेशनों पर कम दूरी के सफर की लागत में 100 प्रतिशत तक की वृद्धि हो गई, जिससे यात्रियों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ा.

सांसद तेजस्वी सूर्या ने संसद में उठाया मुद्दा

इस बीच, बेंगलुरु दक्षिण के सांसद तेजस्वी सूर्या ने 12 फरवरी को संसद में शून्यकाल के दौरान मेट्रो किराया वृद्धि पर सवाल उठाया. उन्होंने इस वृद्धि को बेंगलुरु के मध्यम वर्ग पर पड़ने वाले नकरात्मक प्रभाव को उजागर किया. तेजस्वी सूर्या ने यह भी बताया कि कैसे किराए में यह वृद्धि बेंगलुरु के आम नागरिकों के लिए वित्तीय बोझ बढ़ा रही है. मेट्रो किराया वृद्धि के खिलाफ जनता का गुस्सा सोशल मीडिया पर भी देखने को मिल रहा है. कई नेटिज़ेंस ने #RevokeMetroFareHike हैशटैग के साथ एक अभियान शुरू किया है, जिसमें मेट्रो किराए में वृद्धि को वापस लेने की मांग की गई है. सोशल मीडिया पर लोग इस फैसले को लेकर अपनी असंतोष जताते हुए इसके खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं.

राज्य सरकार को मेट्रो किराए में भारी वृद्धि के लिए आलोचना का सामना करना पड़ रहा है, जो कि बस किराए में 15 प्रतिशत की वृद्धि के तुरंत बाद लागू हुई है. यह स्थिति आम जनता के लिए और अधिक कठिनाई उत्पन्न कर रही है, खासकर उन लोगों के लिए जो दैनिक यात्रा करते हैं.