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सैलरी बढ़ने से पहले सामने आई कर्नाटक के सबसे अमीर विधायकों की लिस्ट

Karnataka Billionaire MLA’s: कर्नाटक में 31 विधायकों के पास 100 करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्ति है. इसके चलते यह राज्य भारत के सबसे अमीर विधायकों की लिस्ट में टॉप पर है.

Karnataka Billionaire MLA’s: कर्नाटक में 31 विधायकों के पास 100 करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्ति है. इसके चलते यह राज्य भारत के सबसे अमीर विधायकों की लिस्ट में टॉप पर है. एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की एक रिपोर्ट में इस बात की जानकारी दी गई है. बता दें कि 1413 करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्ति के साथ उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार कर्नाटक में सबसे अमीर हैं, लेकिन देश की लिस्ट में दूसरे नंबर पर हैं. 

रिपोर्ट के अनुसार, 27 अरबपति विधायकों के साथ आंध्र प्रदेश दूसरे स्थान पर है, जबकि 18 के साथ महाराष्ट्र तीसरे स्थान पर है. विधायकों के बीच घोषित कुल संपत्ति के मामले में भी कर्नाटक टॉप पर है. इस राज्य की राशि 14,179 करोड़ रुपये बताई गई है.

सबसे अमीर विधायकों में से चार कर्नाटक से:

भारत के टॉप 10 सबसे अमीर विधायकों में से चार कर्नाटक के हैं. रिपोर्ट में यह भी खुलासा हुआ है कि भारत के 119 अरबपति विधायकों में से 76 (63 प्रतिशत) सिर्फ तीन राज्यों कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और महाराष्ट्र से हैं. कर्नाटक के सबसे अमरी विधायकों में से ज्यादा कांग्रेस पार्टी से हैं. 

बेंगलुरू के गोविंदराजनगर निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले कांग्रेस विधायक प्रिय कृष्ण के पास 1,156 करोड़ रुपये की संपत्ति है जिससे वो कर्नाटक के तीसरे सबसे अमीर विधायक बन गए हैं. हालांकि, वो सबसे ज्यादा देनदारियों वाले विधायकों की नेशनल लिस्ट में टॉप पर हैं. 

कर्नाटक राज्य आंध्र प्रदेश से पीछे:

हर विधायक 63.5 करोड़ रुपये की औसत संपत्ति के साथ, कर्नाटक राज्य आंध्र प्रदेश से पीछे है, जहां औसत विधायक के पास 65 करोड़ रुपये की संपत्ति है. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि कर्नाटक की राजनीतिक संपत्ति महाराष्ट्र से आगे निकल गई है, जहां विधायक की औसत संपत्ति 43.44 करोड़ रुपये है.

देश के टॉप 10 सबसे अमीर विधायकों में कर्नाटक और आंध्र प्रदेश दोनों के चार-चार विधायक हैं, जिनमें आंध्र प्रदेश के वर्तमान और पूर्व मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू और वाईएस जगन मोहन रेड्डी शामिल हैं. बता दें कि विधायकों की संपत्ति का मुद्दा केंद्र में आ गया है क्योंकि कर्नाटक सरकार एक विधेयक पेश करने की योजना बना रही है, जिससे विधायकों का वेतन दोगुना हो जाएगा और उन्हें ज्यादा भत्ते भी मिलेंगे.