'कन्नड़ समर्थक संगठनों' द्वारा बंद बुलाए जाने के बावजूद, बेंगलुरू के उपायुक्त जगदीश ने शुक्रवार को स्पष्ट किया कि शनिवार को स्कूल और कॉलेज सामान्य रूप से खुले रहेंगे. प्रशासन ने यह निर्णय लिया है कि प्रदर्शन के कारण शैक्षणिक गतिविधियों में कोई परेशानी नहीं आने दी जाएगी.
'कन्नड़ समर्थक संगठनों' ने शनिवार को सुबह 6 से शाम 6 बजे तक राज्यव्यापी बंद का आह्वान किया गया है. यह प्रदर्शन पिछले महीने बेलगावी में मराठी न बोलने पर कर्नाटक राज्य सड़क परिवहन निगम (KSRTC) के बस कंडक्टर पर कथित हमले के विरोध में किया जा रहा है.
बंद की वजह: भाषा विवाद और अन्य मुद्दे
इसके अलावा, प्रदर्शनकारी बेंगलुरू मेट्रो किराया बढ़ोतरी और राज्य सरकार द्वारा बजट सत्र में पारित ग्रेटर बेंगलुरू प्राधिकरण विधेयक को वापस लेने की मांग कर रहे हैं. हालांकि, राज्य सरकार ने बंद का समर्थन नहीं किया है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि सार्वजनिक सेवाएं और शैक्षणिक संस्थान सामान्य रूप से कार्य करेंगे.
शिक्षा संस्थानों पर प्रभाव
कर्नाटक के प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों के एसोसिएटेड मैनेजमेंट (KAMS) ने बंद में सक्रिय रूप से भाग लेने से इनकार कर दिया है. हालांकि, उन्होंने प्रदर्शनकारियों को नैतिक समर्थन दिया है. उनकी दलील है कि बंद से छात्रों की परीक्षाओं पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है. गौरतलब है कि CBSE और ISC बोर्ड परीक्षाएं शनिवार को निर्धारित हैं. CBSE कक्षा 12 के छात्र राजनीति विज्ञान की परीक्षा देंगे. वहीं ISC छात्र गृह विज्ञान की परीक्षा देंगे.
बेथनी स्कूल के प्रिंसिपल रॉबर्ट खिन ने कहा, "आईएससी परीक्षा के लिए गृह विज्ञान का पेपर शनिवार को निर्धारित है. परिषद ने स्कूल बंद करने का कोई निर्णय नहीं लिया है. इसके अलावा, यह राज्य समर्थित बंद भी नहीं है.अभिभावकों ने यह सुनिश्चित किया है कि वे अपने बच्चों को परीक्षा केंद्र तक ले आएंगे.
परिवहन सेवाओं पर प्रभाव
शनिवार को KSRTC और बेंगलुरू मेट्रोपॉलिटन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (BMTC) के कर्मचारियों का प्रतिनिधित्व करने वाले संगठनों ने बंद के प्रति एकजुटता व्यक्त की की. हालांकि, उनकी सेवाएं जारी रहेंगी. इसके विपरीत, ओला, उबर और कई ऑटो-रिक्शा यूनियनों ने बंद का समर्थन किया है, जिससे दिन के दौरान इन सेवाओं की सीमित उपलब्धता रह सकती है.