Language Dispute In Karnataka: महाराष्ट्र और कर्नाटक के बीच चलने वाली राज्य परिवहन बस सेवाओं को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया है. यह कदम महाराष्ट्र के परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक ने उठाया, जब कर्नाटक के बेलगावी में महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम (MSRTC) की एक बस पर हमला हुआ.
आपको बता दें कि शुक्रवार को बेलगावी के बाहरी इलाके में कर्नाटक राज्य परिवहन निगम (KSRTC) की एक बस में विवाद हुआ. 51 वर्षीय बस कंडक्टर महादेवप्पा मल्लप्पा हुक्केरी ने बताया कि एक लड़की, जो मराठी भाषा में बात कर रही थी, उसने जब कंडक्टर से सवाल किया तो कंडक्टर ने जवाब दिया कि वह मराठी नहीं जानते और कन्नड़ में बात करने को कहा. इस पर लड़की ने नाराजगी जाहिर की और कथित तौर पर अपशब्द कहे. इसके बाद मौके पर भीड़ इकट्ठा हो गई और कंडक्टर पर हमला कर दिया. पुलिस ने कंडक्टर को घायल अवस्था में बेलगावी आयुर्विज्ञान संस्थान में भर्ती कराया, जहां वह खतरे से बाहर है.
पुलिस ने अब तक क्या कार्रवाई की?
वहीं इस घटना को लेकर बेलगावी पुलिस ने इस घटना के सिलसिले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जबकि एक नाबालिग को हिरासत में लिया गया है. इसके साथ ही, पुलिस ने 14 वर्षीय नाबालिग लड़की की शिकायत के आधार पर कंडक्टर के खिलाफ पॉक्सो (यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है. हालांकि, इस मामले में अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है. बता दें कि पुलिस कमिश्नर इदा मार्टिन मारबानियांग ने बताया कि फरार आरोपियों को पकड़ने के लिए तीन विशेष टीमों का गठन किया गया है.
बस सेवा क्यों निलंबित हुई?
बताते चले कि इस घटना के बाद कन्नड़ समर्थक कार्यकर्ताओं ने बेलगावी-बागलकोट मार्ग पर विरोध प्रदर्शन किया और पुतले जलाए. इसके अलावा, महाराष्ट्र की बसों पर कर्नाटक समर्थक नारे लिखे जाने से विवाद और बढ़ गया. स्थिति को देखते हुए पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हटाया और हालात को नियंत्रित करने की कोशिश की.
साथ ही तनाव बढ़ने के बाद महाराष्ट्र सरकार ने कर्नाटक के लिए अपनी बस सेवाओं को अनिश्चितकाल के लिए निलंबित कर दिया. परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक ने कहा, ''जब तक कर्नाटक सरकार इस मुद्दे पर अपना रुख स्पष्ट नहीं कर देती, तब तक बस सेवाएं शुरू नहीं की जाएंगी.''
स्थिति पर आगे की योजना
हालांकि, दोनों राज्यों की सरकारें विवाद को सुलझाने के प्रयास कर रही हैं. पुलिस और प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं. उम्मीद है कि जल्द ही दोनों राज्यों के बीच बातचीत के जरिए इस विवाद का हल निकाला जाएगा और बस सेवाएं फिर से बहाल होंगी.