Kalyani Explosion: पश्चिम बंगाल में हुए कल्याणी पटाखा फैक्टरी विस्फोट को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता शुभेंदु अधिकारी ने सख्त रुख अपनाया है.
उन्होंने इस घटना की जांच राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) को सौंपने की मांग करते हुए दावा किया कि यह विस्फोट अवैध निर्माण गतिविधियों और संगठित अपराध से जुड़ा हो सकता है.
यह दर्दनाक हादसा शुक्रवार को पश्चिम बंगाल के नदिया जिले के कल्याणी के रथतला इलाके में हुआ, जहां एक घनी आबादी वाले आवासीय क्षेत्र में स्थित पटाखा निर्माण फैक्टरी में अचानक विस्फोट हो गया. इस भयावह दुर्घटना में तीन महिलाओं समेत चार लोगों की मौत हो गई, जबकि एक अन्य महिला गंभीर रूप से घायल हो गई. फिलहाल, उसका इलाज एक स्थानीय अस्पताल में जारी है.
इस हादसे के बाद राज्य में अवैध रूप से संचालित पटाखा फैक्ट्रियों को लेकर एक बार फिर सवाल उठने लगे हैं. शुभेंदु अधिकारी ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि, "इस तरह की अवैध गतिविधियों को राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है, और यही कारण है कि प्रशासन कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा है.''
भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी ने इस विस्फोट की उच्चस्तरीय जांच की मांग करते हुए कहा कि, "यह सिर्फ एक हादसा नहीं बल्कि एक गंभीर षड्यंत्र का हिस्सा हो सकता है. एनआईए जैसी एजेंसी को इस मामले की जांच करनी चाहिए ताकि इसके पीछे छिपे असली दोषियों का पर्दाफाश हो सके."
इस घटना को लेकर राज्य में राजनीतिक बयानबाजी भी तेज हो गई है. भाजपा ने राज्य सरकार पर प्रशासनिक लापरवाही का आरोप लगाया है, जबकि सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि पुलिस मामले की जांच कर रही है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
कल्याणी पटाखा फैक्टरी विस्फोट ने राज्य में अवैध रूप से संचालित पटाखा निर्माण इकाइयों और प्रशासनिक सुस्ती को लेकर बहस छेड़ दी है. अब देखना होगा कि शुभेंदु अधिकारी की एनआईए जांच की मांग पर केंद्र सरकार और जांच एजेंसियां क्या फैसला लेती हैं.