डॉक्टर को किडनैप कर 6 करोड़ की मांगी फिरौती, फिर 300 रुपये में छोड़ा, 'मम्मी' की तरह किडनैपर से किसने किया मोल-भाव?
इस घटना ने राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं. बीजेपी विधायक गाली जनार्धन रेड्डी ने इस घटना पर गहरी चिंता व्यक्त की और राज्य सरकार से तत्काल कार्रवाई की मांग की.
कर्नाटका के बल्लारी जिले के एक डॉक्टर को शनिवार को अगवा कर लिया गया था. डॉक्टर के भाई से 6 करोड़ रुपये की फिरौती की मांग की गई थी, लेकिन कुछ घंटों बाद किडनैपर ने उन्हें 300 रुपये देकर छोड़ दिया गया. इस घटना ने पुलिस और आम लोगों दोनों को हैरान कर दिया.
यह घटना शनिवार सुबह करीब 6 बजे की है, जब डॉक्टर सुनील, जो कि बल्लारी जिला अस्पताल में बाल रोग विशेषज्ञ के रूप में कार्यरत हैं, शनीश्वर मंदिर के पास सुबह की सैर पर निकले थे. तभी एक टाटा इंडिगो कार में सवार कुछ लोगों ने उन्हें जबरदस्ती अगवा कर लिया और वहां से फरार हो गए. इस पूरी घटना का वीडियो सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया, जिससे पुलिस को मामले की जांच में मदद मिली.
6 करोड़ की फिरौती की मांग
डॉक्टर सुनील के भाई, वेणुगोपाल गुप्ता, जो कि जिले के शराब विक्रेताओं के संघ के अध्यक्ष हैं, को अगवा करने वाले लोगों ने एक व्हाट्सएप कॉल के जरिए 6 करोड़ रुपये की फिरौती की मांग की. इसमें से आधा हिस्सा सोने के रूप में देना था. गुप्ता ने तुरंत पुलिस को सूचित किया, जिसके बाद पुलिस ने जिले के सभी बाहर जाने वाले रास्तों को बंद कर दिया और तलाश शुरू कर दी.
आखिर कैसे बदल गया किडनैपर का मूड?
हालांकि, शाम करीब 8 बजे पुलिस को जानकारी मिली कि डॉक्टर सुनील को एक सुनसान स्थान पर छोड़ दिया गया है. चौंकाने वाली बात यह थी कि उन्हें वापस घर लौटने के लिए 300 रुपये दिए गए थे. इस घटनाक्रम से सभी हैरान रह गए, क्योंकि जिस शख्स से इतनी बड़ी रकम की मांग की गई थी, उसे अंत में केवल कुछ रुपये देकर छोड़ दिया गया.
पुलिस का मानना है कि डॉक्टर सुनील को उनके भाई के व्यवसायिक प्रभाव के कारण निशाना बनाया गया. पुलिस ने मामले की जांच तेज कर दी है और एक विशेष टीम गठित की है, जो इस मामले के खुलासे के लिए प्रयासरत है. पुलिस को कुछ अहम सुराग मिले हैं, जिनसे केस जल्द सुलझने की उम्मीद है.