'बेंगलुरु की सड़कें भरने के लिए दो 50 करोड़', 15 BJP विधायकों की कर्नाटक सरकार से डिमांड

Bangalore: कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार को अश्वथ नारायण और आर अशोक सहित 15 भाजपा विधायकों ने हस्ताक्षरित पत्र लिखकर 50 करोड़ रुपये के विशेष अनुदान की अपील की है. इस पत्र में उन्होंने आम जनता की परेशानियों के बारे में बताया है.

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Shanu Sharma

Bangalore: कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार को बेंगलुरू के भाजपा विधायकों ने एक औपचारिक पत्र लिख कर सरकार से 50 करोड़ रुपये के विशेष अनुदान की अपील की है. इस पत्र में विधायकों ने शिवकुमार को संबोधित करते हुए लिखा कि जिले में कई तरह की परेशानियां हो रही है, जिसपर काम करने की आवश्यकता है. 

उप मुख्यमंत्री को लिखे इस पत्र में विधायकों ने जिले की प्रमुख सड़कों की मरम्मत और कनेक्टिविटी के मुद्दों को हल करने की तत्काल आवश्यकता पर प्रकाश डाला. विधायकों ने शिवकुमार को पत्र इस लिए लिखा क्योंकि शिवकुमार विकास और नगर नियोजन के कैबिनेट मंत्री. इसके अलावा उनके पास बेंगलुरू शहरी जिला प्रभारी की भी जिम्मेदारी हैं.

15 विधायकों ने लिखा पत्र

अश्वथ नारायण और आर अशोक सहित 15 भाजपा विधायकों ने हस्ताक्षरित पत्र में बताया कि वैश्विक आईटी हब के रूप में बेंगलुरू की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचा है. उन्होंने कहा कि बुनियादी सुविधाओं की कमी के कारण शहर निवेश आकर्षित करने की अपनी क्षमता खो रहा है. विधायकों ने चेतावनी दी कि उचित बुनियादी ढांचे की कमी उद्योगों को पड़ोसी राज्यों में स्थानांतरित करने पर विचार करने के लिए मजबूर कर रही है. बेंगलुरु के भाजपा विधायकों द्वारा यह पत्र ऐसे समय में आया है जब एक दिन पहले ही राज्य में पहली बार भाजपा के विधायक बने विधायकों ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर अपने निर्वाचन क्षेत्रों के विकास के लिए 100-100 करोड़ रुपये मांगे थे.  

बेंगलुरू के लोगों की समस्या

उप मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर अनुदान के लिए याचिका दायर करते हुए विधायकों ने कहा कि उन्हें बारिश के कारण होने वाली घर्षण, कृषि क्षति, साथ ही अस्पतालों, स्कूलों, सड़कों और बिजली सहित बुनियादी ढांचे की मरम्मत के मुद्दों को हल करने के लिए धन की आवश्यकता है. उन्होंने अपनी योजना के बारे बताते हुए कहा कि उन्हें अपने क्षेत्रों में आवश्यक विकास परियोजनाओं को शुरू करने के लिए लगातार दो वित्तीय वर्षों के लिए 50-50 करोड़ रुपये की आवश्यकता है. इसके बाद ही बेंगलुरू के हालात में सुधार आएंगे.