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India Daily

Bengaluru suitcase murder: पत्नी ने उड़ाया मजाक, इंजीनियर पति ने रेत दिया चाकु से गला, शव को सूटकेस में भरा

एक निजी फर्म में वरिष्ठ परियोजना समन्वयक राकेश खेडेकर ने 26 मार्च की रात हुलीमावु के पास डोड्डाकम्मनहल्ली स्थित अपने घर में अपनी पत्नी गौरी साम्ब्रेकर (32) को मौत के घाट उतार दिए. राकेश ने शव को सूटकेश में भरा और फरार हो गया. हालांकि अब वो पुलिस के गिरफ्त में है. कबूलनामे के अनुसार, 26 मार्च की शाम को राकेश और गौरी ने घर पर कुछ निजी समय बिताया. तब ही ये हादसा हुआ.

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Edited By: Reepu Kumari
Bengaluru suitcase murder
Courtesy: Google

Bengaluru Suitcase Murder: पिछले कुछ दिनों से पति-पत्नी की हत्या की खबरें लगातार आ रही है. हाल ही में नेवी पति सौरभ राजपूत को धोखा देने और हत्या करने वाले आरोपी पत्नी मुस्कान और उसका प्रेमी  साहिल की खबरों ने लोगों को सिर पकड़ने पर मजबूर कर दिया था. जिसमें मुस्कान और उसके प्रेमी ने साजिश के तहत सौरभ की हत्या कर उसे ब्लू रंग के ड्रम में छुपा दिया था.

खैर अब दोनों ही आरोपी सलाखों के पीछे हैं. इस खबर के सामने आने के बाद एक के बाद एक ऐसी खबर सामने आने लगी. अब ताजा मामला बेंगलुरु की है जिसमें एक पति अपनी पत्नी को मौत के घाट उतार दिए. आरोपी का कहना है कि उसकी पत्नी उसका और उसके परिवार का मजाक उड़ाती थी और अपमान करती थी. पेशे से पति एक इंजीनियर है जिसका नाम है राकेश खेडेकर. वहीं पत्नी का नाम है गौरी साम्ब्रेकर. राकेश ने हत्या की बात कबूल की है. 

शव छुपाने की कोशिश

बेंगलुरु में राकेश खेडेकर ने अपने परिवार के प्रति लगातार अपमान के कारण अपनी पत्नी गौरी साम्ब्रेकर की हत्या करने की बात कबूल की. ​​शराब के नशे में हुई तीखी बहस के बाद उसने गुस्से में आकर उसे कई बार चाकू मारा. उसने उसके शव को सूटकेस में छिपाने की कोशिश की, लेकिन जब योजना विफल हो गई तो वह भाग गया. राकेश को महाराष्ट्र के शिरवाल से गिरफ्तार किया गया.

पुलिस सूत्रों ने बताया कि जिस व्यक्ति ने अपनी पत्नी की चाकू घोंपकर हत्या की और शव को सूटकेस में भरकर दक्षिण बेंगलुरु स्थित अपने घर से भाग गया.

गौरी के भाई को किया फोन

एक निजी फर्म में वरिष्ठ परियोजना समन्वयक राकेश खेडेकर ने 26 मार्च की रात हुलीमावु के पास डोड्डाकम्मनहल्ली स्थित अपने घर में अपनी पत्नी गौरी साम्ब्रेकर (32) की हत्या कर दी. मामले ने अप्रत्याशित मोड़ तब लिया जब उसने गौरी के भाई को फोन किया और उसकी हत्या की बात कबूल कर ली.

राकेश को 2 अप्रैल को पुलिस हिरासत में लिया गया. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि पूछताछ के दौरान राकेश ने कबूल किया कि वह गौरी द्वारा हमेशा उसके माता-पिता और छोटी बहन का अपमान करने से परेशान था.

उसने सुझाव दिया कि हम बेंगलुरु चले जाएं, नई नौकरी खोजें और एक नई ज़िंदगी शुरू करें. राकेश का कहना है कि  वह स्कूल के दिनों से ही मुझ पर हावी थी. लेकिन मैं उससे बेइंतहा प्यार करता था. चूंकि उसे बेंगलुरु में लगभग एक महीने तक नौकरी नहीं मिली थी, इसलिए वह चाहती थी कि हम मुंबई वापस चले जाएं और इस बात पर वह अक्सर बहस करती थी.'

क्या हुआ था उस दिन?

कबूलनामे के अनुसार, 26 मार्च की शाम को राकेश और गौरी ने घर पर कुछ निजी समय बिताया. बाद में, वे टहलने के लिए पास की खुली जगह पर चले गए। घर लौटते समय, उन्होंने शराब और नाश्ता खरीदा. वे शाम 7.30 बजे के आसपास घर पहुंचे. राकेश लगभग हर दिन अपना काम खत्म करने के बाद शराब पीता था. गौरी उसे नाश्ता परोसकर और गाने बजाकर उसका साथ देती थी. वे दोनों उस दुर्भाग्यपूर्ण रात को बारी-बारी से अपने पसंदीदा गाने बजाने के लिए सहमत हुए. राकेश गिलास लेकर बैठ गया और गाने बजाने लगा जबकि गौरी चावल बना रही थी. कुछ गाने बजाने के बाद जब गौरी की बारी आई तो उसने मराठी गाना बजाया जिसमें पिता-पुत्र के रिश्ते को लेकर कुछ बातें कही गई थीं. उसने गाने के जरिए गौरी का मजाक उड़ाया. वह उसके चेहरे के पास गई, गाल फुलाए और बार-बार उसके चेहरे पर हवा फूंकी. चिढ़कर राकेश ने उसे धक्का दिया. वह किचन के पास लगभग गिर ही गई. उसे गुस्सा आया और उसने किचन से चाकू उठाकर गाली-गलौज करते हुए उस पर फेंक दिया. गुस्से में राकेश ने चाकू उठाया और रात 8.45 से 9 बजे के बीच उसके गले में दो बार और पेट में एक बार वार किया.

बहुत ज्यादा खून बह रहा था

एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जब वह बहुत ज्यादा खून बह रहा था तो वह उसके पास बैठ गया और उसे बताया कि उसकी हरकतों से उसे कैसे चिढ़ होती है. गौरी को राकश ने उस सूटकेश में पैक किया जिसे उसने कपड़े पैक करने और मुंबई वापस जाने के लिए  खाली किया था. राकेश ने दावा किया कि उसने उसकी नब्ज देखी और जब उसने उसका शव सूटकेस में ठूंस दिया तो नब्ज रुक गई. जब वह उसे किचन से बाथरूम की ओर खींच रहा था तो उसका हैंडल टूट गया. राकेश ने खून निकालने के लिए सूटकेस को बाथरूम के आउटलेट के पास रख दिया. उसने घर की सफाई की और जब उसकी लाश ले जाने की योजना विफल हो गई तो उसने घर को बंद कर दिया और रात करीब 12.45 बजे वहां से निकल गया. वह महाराष्ट्र के शिरवाल पहुंचा, जहां उसे पकड़ लिया गया.