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India Daily

मेट्रो के किराए में बंपर बढ़ोतरी, न्यूनतम किराया 60 रुपये बढ़ा, लंबा सफर करने वालों पर फूटा ‘रेट बम’

बेंगलुरु मेट्रो रेल निगम लिमिटेड (BMRCL) ने मेट्रो किराए में 50% तक की बढ़ोतरी कर दी है. पहले जहां यात्रियों को 60 रुपये में सफर करना पड़ता था, अब उन्हें 90 रुपये चुकाने होंगे.

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Edited By: Garima Singh
Bengaluru metro fare hike
Courtesy: x

Bengaluru Metro Fare: बेंगलुरु मेट्रो रेल निगम लिमिटेड (बीएमआरसीएल) ने मेट्रो किराए में 50% तक की बढ़ोतरी कर दी है, जिससे यात्रियों में नाराजगी देखी जा रही है. हालांकि, मेट्रो सफर करने के अलावा उनके पास और कोई विकल्प नहीं है.

सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि किराया समय के आधार पर तय किया गया है. यानी जब मेट्रो में भीड़ अधिक होगी, तब किराया भी ज्यादा लगेगा.

पीक और नॉन-पीक घंटों में अलग-अलग किराया

सुबह ऑफिस आवर्स (पीक आवर्स) में मेट्रो का किराया अधिक होगा. दोपहर और देर रात (नॉन-पीक आवर्स) में किराया कम रहेगा. पहले जहां यात्रियों को 60 रुपये में सफर करना पड़ता था, अब उन्हें 90 रुपये चुकाने होंगे. इसके अलावा, न्यूनतम बैलेंस जो पहले 50 रुपये था, अब 90 रुपये कर दिया गया है.

बीएमआरसीएल ने सोशल मीडिया पर दी जानकारी

बीएमआरसीएल ने सोशल मीडिया पर जानकारी देते हुए बताया कि 16 दिसंबर 2024 को किराया निर्धारण समिति द्वारा संशोधित किराया ढांचे की सिफारिश की गई थी, जिसके तहत यह बदलाव किया गया है. इसके बाद, मेट्रो रेलवे ओएंडएम अधिनियम की धारा 37 के तहत किराया बढ़ाने का निर्णय लिया गया.

9 फरवरी 2025 से लागू हुआ नया किराया

बढ़े हुए किराए को 9 फरवरी 2025 से लागू कर दिया गया है. बीएमआरसीएल ने किराए की नई सूची भी साझा की, जिसमें यात्रा की दूरी के अनुसार टिकट की कीमतें बताई गई हैं:

दूरी (किमी)    नया किराया (रुपये)
0-2 किमी        10
2-4 किमी        20
4-6 किमी        30
6-8 किमी        40
8-10 किमी      50
10-12 किमी    60
15-20 किमी    70
20-25 किमी    80
25+ किमी       90

लंबी दूरी करने वाले यात्रियों पर ज्यादा असर

इस किराया वृद्धि का सबसे ज्यादा असर उन यात्रियों पर पड़ेगा, जो रोजाना लंबी दूरी तय करते हैं. यदि कोई यात्री पहले महीने में 2000 रुपये खर्च करता था, तो अब उसे 2500-3000 रुपये तक खर्च करने पड़ सकते हैं. मेट्रो के बिना कोई अन्य सुगम और सस्ता विकल्प न होने के कारण लोग मजबूरी में ज्यादा किराया देने को मजबूर हैं.