कर्नाटक के गाडग जिले में पुलिस ने अवैध सूदखोरी के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई करते हुए 13 जगहों पर एक साथ छापेमारी की. इस छापेमारी में पुलिस ने 4.9 करोड़ रुपये नकद, 992 ग्राम सोने के आभूषण और कई दस्तावेज बरामद किए.
शिकायत पर हुई कार्रवाई
गाडग के पुलिस अधीक्षक बी.एस. नेमगौड़ा ने बताया कि यह कार्रवाई उधार लेने वाले अशोक गणाचारी की शिकायत के आधार पर की गई. गणाचारी ने सूदखोर यल्लप्पा मिस्किन के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी.
कई ठिकानों पर छापे
पुलिस ने यल्लप्पा मिस्किन के घर और उसके करीबी सहयोगियों और रिश्तेदारों के घरों सहित उससे जुड़ी संपत्तियों पर छापे मारे.
क्या-क्या मिला
पुलिस ने नकदी और सोने के आभूषणों के अलावा 600 बैंक चेक, 650 बॉन्ड, नौ बैंक पासबुक, चार एटीएम कार्ड, दो एलआईसी बॉन्ड और 65 लीटर शराब भी बरामद की.
#WATCH | Karnataka | Police raided the residence of several moneylenders, including Yallappa Miskin, in Betageri, Gadag. Rs 4,90,98,000 and 992 grams of gold were seized. Six people, including Yallappa Miskin, have been arrested. 65 litres of illegally stored liquor have also… pic.twitter.com/g1XuY7Kq32
— ANI (@ANI) February 12, 2025
आरोपियों की गिरफ्तारी
पुलिस ने मुख्य आरोपी यल्लप्पा मिस्किन और उसके सहयोगी विकास मिस्किन, मंजू श्यावी, इरन्ना बुदिहाल और मोहन को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.
जांच जारी
छापेमारी के दौरान, पुलिस ने कई अहम दस्तावेज और विभिन्न वाहनों की चाबियां जब्त की हैं. आगे की जांच जारी है.
आयकर विभाग को सूचना
श्री नेमगौड़ा ने कहा कि पुलिस को सहकारी समितियों के अधिकारियों ने सहायता प्रदान की और उन्होंने आयकर विभाग को जब्त नकदी के बारे में सूचित किया.
शिकायतकर्ता का आरोप
शिकायतकर्ता अशोक गणाचारी ने यल्लप्पा मिस्किन से 1.90 करोड़ रुपये का कर्ज लिया था और 1.4 करोड़ रुपये चुका दिए थे. उन्हें 50 लाख रुपये की शेष राशि चुकानी थी. गणाचारी का आरोप है कि नियमित अंतराल पर कर्ज चुकाने के बावजूद, आरोपी यल्लप्पा मिस्किन ने उन्हें धमकी दी और उनकी संपत्ति, जिसमें एक मैरिज हॉल भी शामिल है, अपने नाम पर स्थानांतरित करवा लिया. इतना ही नहीं, आरोपी ने शिकायतकर्ता द्वारा दिए गए बैंक चेक और वित्तीय बॉन्ड का दुरुपयोग करके उन्हें परेशान किया. इन्हीं घटनाओं के बाद शिकायतकर्ता ने पुलिस से संपर्क किया, जिसके परिणामस्वरूप छापे, गिरफ्तारी और बड़ी मात्रा में नकदी की जब्ती हुई.