झारखंड के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री हफीजुल हसन ने स्पष्ट किया है कि राज्य में वक्फ संशोधित कानून को लागू नहीं किया जाएगा. उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर इस कानून के जरिए मुस्लिम समुदाय को परेशान करने का आरोप लगाया. मंत्री हसन बुधवार को रांची के हज हाउस में राज्य हज कमेटी द्वारा आयोजित हज प्रशिक्षण शिविर में बोल रहे थे. इस अवसर पर उन्होंने हज यात्रियों को हर संभव सुविधा प्रदान करने का आश्वासन भी दिया.
हज प्रशिक्षण शिविर में रांची, खूंटी और सिमडेगा के 248 हज यात्री शामिल हुए. इस दौरान हज कमेटी ने यात्रियों को हज से संबंधित आवश्यक जानकारी और दिशा-निर्देश प्रदान किए. मंत्री हसन ने कहा कि राज्य सरकार हज यात्रियों के लिए सभी जरूरी व्यवस्थाएं सुनिश्चित करेगी ताकि उनकी यात्रा सुगम और सुरक्षित हो. इस साल झारखंड से 1301 लोग हज यात्रा पर जाएंगे. प्रत्येक यात्री को इस पवित्र यात्रा के लिए लगभग 3.58 लाख रुपये खर्च करने होंगे.
वक्फ संशोधित कानून झारखंड में नहीं लागू होगा-हफीजुल हसन
मंत्री हफीजुल हसन ने अपने संबोधन में कहा, हमारी सरकार का उद्देश्य सभी समुदायों के कल्याण और विकास के लिए काम करना है. हज यात्रा के लिए सरकार प्रतिबद्ध है और यात्रियों को किसी भी तरह की असुविधा नहीं होने दी जाएगी. उन्होंने यह भी जोड़ा कि वक्फ संशोधित कानून के खिलाफ राज्य सरकार का रुख सख्त है और इसे लागू नहीं होने दिया जाएगा.
प्रशिक्षण शिविर का महत्व
हज प्रशिक्षण शिविर का आयोजन हज यात्रियों को इस धार्मिक यात्रा की तैयारियों और नियमों से परिचित कराने के लिए किया जाता है. इस शिविर में यात्रियों को हज के दौरान पालन किए जाने वाले रीति-रिवाजों, स्वास्थ्य संबंधी सावधानियों और अन्य महत्वपूर्ण पहलुओं के बारे में बताया गया. रांची के हज हाउस में आयोजित इस शिविर में शामिल यात्रियों ने प्रशिक्षण को उपयोगी और जानकारीपूर्ण बताया.