झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 के बाद से राजनीतिक हलचलों के बीच ज्योतिष शास्त्र के आधार पर कयासों का दौर भी शुरू हो चुका है. कार्यवाहक मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का जन्म 10 अगस्त 1975 को नेमरा गांव में 12 बजे दिन में हुआ था. इस आधार पर उनके जन्म कुंडली का विश्लेषण किया जा सकता है, जो उनकी राजनीति में भविष्यवाणियों के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकता है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, हेमंत सोरेन का राशिफल उनके नेतृत्व के गुण और चुनावी परिणामों पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकता है.
उनकी कुंडली में चंद्रमा, सूर्य और अन्य ग्रहों की स्थिति यह संकेत देती है कि वे एक मजबूत और दृढ़ नायक हो सकते हैं. चंद्रमा का प्रभाव उनकी मानसिक स्थिति और निर्णय लेने की क्षमता को प्रभावित करता है, जो राजनीति में महत्वपूर्ण है. इसके अलावा, शनि का प्रभाव उनके जीवन में संघर्षों और कठिनाइयों को दर्शाता है लेकिन यह उनके द्वारा संघर्ष करने और कठिन समय में उबरने की क्षमता को भी मजबूत करता है.
हालांकि हेमंत सोरेन की कुंडली में ग्रहों की स्थिति उनकी राजनीतिक यात्रा को प्रभावित कर सकती है. उनके लिए समय का विश्लेषण यह सुझाव देता है कि वे आने वाले वर्षों में चुनौतियों का सामना करेंगे, लेकिन अंततः उन्हें सफलता मिलने की संभावना है. साथ ही, उनका संयम, मेहनत और राजनीतिक दृष्टिकोण उन्हें चुनावी राजनीति में एक स्थिर स्थान दिला सकता है.
हालांकि, ज्योतिष शास्त्र में सिर्फ ग्रहों की स्थिति के आधार पर भविष्यवाणी की जाती है, यह जरूरी नहीं कि सभी भविष्यवाणियां हमेशा सही हों. राजनीति में जनसहभागिता, सामाजिक मुद्दे और पार्टी का समर्थन भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. बता दें कि झारखंड, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और हेमंत सोरेन की कुंडली को देखकर यह लगता है कि चुनाव परिणाम में अप्रत्याशित बदलाव हो सकते हैं. दोनों नेताओं की कुंडली के अनुसार, ग्रहों की स्थिति उनके लिए चुनौतीपूर्ण हो सकती है. वहीं एक और संकेत भी बताया जा रहा है कि इस समय, मिलीजुली सरकार बनने की संभावना दिखाई दे रही है. इसका मतलब है कि कोई भी पार्टी बहुमत हासिल नहीं कर पाएगी.