Train Cancelled in Jharkhand: भारतीय रेलवे की यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए बेहद ही जरूरी सूचना सामने आई है. कुछ तकनीकी खराबी के कारण झारखंड से दिल्ली की ओर जाने वाली कई महत्वपूर्ण ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है. जिसके कारण यात्रियों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है.
मिल रही जानकारी के मुताबिक ट्रेन संख्या 12873 जो की हटिया से चलकर आनंद विहार टर्मिनल की ओर जाने वाली झारखंड स्वर्ण जयंती एक्सप्रेस और ट्रेन संख्या 12825 जो की रांची से चलकर आनंद विहार टर्मिनल तक जाने वाली संपर्क क्रांति एक्सप्रेस को 27 फरवरी को रद्द कर दिया गया है.
इसके अलावा ट्रेन संख्या 12817 हटिया-आनंद विहार टर्मिनल झारखंड स्वर्ण जयंती एक्सप्रेस को 28 फरवरी के लिए कैंसिल कर दिया गया है. इसके अलावा भी अन्य कई ट्रेने हैं जिसका परिचालन 23 फरवरी से 2 मार्च तक प्रभावित रहने वाला है.
भारतीय रेलवे द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक 23 और 25 फरवरी को ट्रेन संख्या18310 जम्मू तवी-संबलपुर एक्सप्रेस रद्द रहने वाली है. वहीं 24 और 26 फरवरी को दिल्ली से होकर जम्मू तवी जाने वाली ट्रेने संख्या 18102 टाटानगर एक्सप्रेस (वाया-मुरी) निरस्त रहने की सूचना मिली है. इसके साथ ही 26, 28 फरवरी और 2 मार्च को ट्रेन संख्या 18101 , 27 फरवरी को दिल्ली जाने वाली ट्रेन संख्या 12873 हटिया आनंद विहार टर्मिनल झारखंड स्वर्ण जयंती एक्सप्रेस, 27 फरवरी को ट्रेन नंबर 12825 रांची आनंद विहार टर्मिनल संपर्क क्रांति एक्सप्रेस रद्द रहने वाली है. इसके अलावा 27 फरवरी और 1 मार्च को संबलपुर जम्मू तवी एक्सप्रेस रद्द रहने वाली है. इन ट्रेनो की रद्द होने की सूचना देते हुए इंडियन रेलवे ने खेद व्यक्त किया है.
बता दें प्रयागराज में लगे महाकुंभ के कारण इन दिनों भारतीय रेलवे पर अधिक भार है. इन दिनों हर क्षेत्र से भारी संख्या में लोग प्रयागराज पहुंच रहे हैं. अभी कुछ दिनों पहले नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ मच गई थी. जिसमें कई लोगों की जान चली गई. इस घटना के बाद उत्तर रेलवे ने सुरक्षा का ध्यान रखते हुए कई बदलाव कर दिए. बिना टिकट ट्रेन पर एंट्री मिलनी बंद हो गई, वहीं प्लेटफॉर्म टिकट पर भी मनाही कर दी गई. इसके अलावा प्रयागराज जाने वाले यात्रियों की एंट्री पहाड़गंज की ओर से बंद कर दी गई. कुल मिलाकर भीड़ को कंट्रोल करने के लिए कई तैयारी किए गए हैं. महाकुंभ का आखिरी हफ्ता चल रहा है. तीन दिनों बाद यह त्योहार खत्म हो जाएगा, जिसके बाद इंडियन रेलवे पर बोझ कम होने की संभावना है.