Jharkhand Budget for FY 2025-26: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली झारखंड सरकार ने सोमवार को वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए अपना पहला बजट पेश किया, जिसकी कुल राशि 1.45 लाख करोड़ रुपये है. यह पिछले वर्ष के 2024-25 के बजट 1.28 लाख करोड़ रुपये से अधिक है
वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने राज्य विधानसभा में बजट पेश करते हुए इस बात पर जोर डाला कि यह किसानों, महिलाओं, आदिवासियों और वंचितों सहित समाज के विभिन्न वर्गों की आकांक्षाओं को पूरा करेगा. उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि प्रस्तावित बजट पूरे राज्य में महत्वपूर्ण वृद्धि और विकास लाएगा.
मेडिकल कॉलेजों की स्थापना बजट में रांची, खूंटी, गिरिडीह, जमशेदपुर, धनबाद, देवघर और जामताड़ा में मेडिकल कॉलेजों की स्थापना के प्रावधान शामिल हैं, जिसका लक्ष्य राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार और अधिक हेल्थ प्रोफेशनल को ट्रेन करना है.
कृषि उपकरणों के लिए 140 करोड़ रुपए अलॉट किए गए हैं. तालाबों और गहरी बोरिंग परियोजनाओं के लिए 203 करोड़ रुपए और बागवानी के विकास के लिए 304 करोड़ रुपए अलॉट किए गए हैं. फसल बीमा के लिए 350 करोड़ रुपए और कृषि उपज भंडारण के लिए 259 करोड़ रुपए अलॉट किए गए हैं.
मैया सम्मान योजना के लिए 13,363.35 करोड़ रुपए और मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना के लिए 255 करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं. कृषि के लिए कुल 4,587 करोड़ रुपए आवंटित हैं.
जमशेदपुर, गुमला और साहिबगंज में नए विश्वविद्यालय स्थापित किए जाएंगे. जमशेदपुर, पलामू, रांची, धनबाद और देवघर में बिजनेस एवं मास कम्युनिकेशन स्कूल की स्थापना का प्रस्ताव रखा गया है.
ग्रामीण विकास के लिए 9841 करोड़ रुपए आवंटित हैं. जल संसाधन के लिए 2,257 करोड़ रुपए अलॉट किए गए हैं. सड़क निर्माण के लिए 1,200 करोड़ रुपये, जिसमें 1,200 किलोमीटर सड़कें और 10 हाई लेवल पुल शामिल हैं.
राज्य में इनोवेशन को बढ़ावा देने के लिए-Hub ओर स्टेट टेक्नोलॉजी पार्क की स्थापना की जाएगी. इसके अलावा, बजट में रांची में तपोवन मंदिर के विकास और टीएसी मॉडल के अनुसूचित जातियों के लिए एक सलाहकार समिति के गठन का प्रावधान शामिल है.
वित्त मंत्री किशोर ने इस बजट को सच करने के लिए उनके निरंतर समर्थन के लिए कांग्रेस नेताओं राहुल गांधी, सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के प्रति आभार व्यक्त किया. बजट को अबुआ बजट नाम दिया गया है, जो झारखंड के लोगों के लिए समावेशी विकास और कल्याण पर इसके फोकस को दर्शाता है.