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India Daily

झारखंड के मुस्लिम मंत्री ने दिखाई दरियादिली, पहलगाम हमले में मारे गए लोगों के परिवार को दी 4 महीने की सैलरी

पहलगाम हमले ने पूरे देश को चोट दिया है. बिहार से लेकर कर्नाटक तक कई ऐसे राज्य हैं जिसने किसी अपने को खो दिया. लोगों के दिलों में गुस्से के साथ-साथ एक तकलीफ भी है. ऐसे में हर कोई अपनी ओर से जिन लगों ने अपनों को खोया है उनका साथ देने की कोशिश कर रहे हैं.

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Edited By: Reepu Kumari
Irfan Ansari on Pahalgam attack
Courtesy: Pinterest

Irfan Ansari on Pahalgam attack:जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले से पूरा देश दहल गया. आतंकवादियों ने सिविलियन को अपना निशाना बनाया. इस हमले में 26 लोगों की जान  चली गई. भारत की तरफ से इस हमले का भी जवाब दिया जा रहा है. पाकिस्तान अभी भी बाज नहीं आ रहा है. एलओसी पर लगातार तीसरे दिन संघर्ष विराम का उल्लंघन कर उसने अपनी हताशा जाहिर की है. 

पहलगाम हमले ने पूरे देश को चोट दिया है. बिहार से लेकर कर्नाटक तक कई ऐसे राज्य हैं जिसने किसी अपने को खो दिया. लोगों के दिलों में गुस्से के साथ-साथ एक तकलीफ भी है. ऐसे में हर कोई अपनी ओर से जिन लगों ने अपनों को खोया है उनका साथ देने की कोशिश कर रहे हैं. इसी बीच झारखंड सरकार के स्वास्थ्य मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डॉ. इरफान अंसारी की खूब चर्चा हो रही है. उन्होनें कुछ ऐसा किया है जिसकी खूब तारीफ हो रही है. 

'ये हमला भारत की आत्मा पर हुआ है'

कांग्रेस नेता ने इस हमले की निंदा करते हुए कहा है कि  ये मानवता पर प्रहार है. ये हमला भारत की आत्मा पर हुआ है. इस समय पूरे देश को एकजुट होकर देश के साथ खड़े रहने की जरूरत हैं ऐसा उनका कहना है. 

चार महीने का वेतन दान

डॉ. अंसारी ने इस मुश्किस घड़ी में पीड़ित परिवारों के लिए एक बड़ा कदम उठाया है.  जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में जिन लोगों ने अपनी जान गवाई है उनके परिवारों को वो अपनी चार महीने की सैलरी दान करेंगे. उनके इस ऐलान के बाद एक बार फिर से वो चर्चा में आ गए हैं. 

कौन हैं इरफान अंसारी

इरफान अंसारी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) से जुड़े एक भारतीय राजनीतिज्ञ हैं. वे झारखंड विधानसभा के सदस्य के रूप में कार्य करते हैं.  जामताड़ा जिले के जामताड़ा निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं. अंसारी ने 2014 से लगातार 2014 और 2019 में लगातार चुनाव जीतकर अपनी सीट पर सफलतापूर्वक कब्जा किया है. इरफ़ान ने अपने पिता फुरकान अंसारी के नक्शेकदम पर चलते हुए परिवार की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाया है.