Hemant Soren: झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के 13वें महाअधिवेशन में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया. यह महत्वपूर्ण फैसला सर्वसम्मति से पारित एक प्रस्ताव के जरिए लिया गया. पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व अध्यक्ष शिबू सोरेन ने स्वास्थ्य और उम्रजनित कारणों से पद से हटते हुए, यह जिम्मेदारी अपने पुत्र हेमंत सोरेन को सौंपी है. अब वे ‘संस्थापक संरक्षक’ के रूप में पार्टी से जुड़े रहेंगे.
रांची में दो दिवसीय सम्मेलन का आयोजन
यह महाअधिवेशन रांची में दो दिनों तक चला, जिसमें पार्टी के तमाम वरिष्ठ नेता, कार्यकर्ता और समर्थक शामिल हुए. उद्घाटन सत्र में शिबू सोरेन व्हीलचेयर पर पहुंचे, उस क्षण की तस्वीर में हेमंत सोरेन उन्हें पीछे से संभाले खड़े दिखाई दिए.
महाधिवेशन का दूसरा दिन... pic.twitter.com/OdWVP1CkQg
— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) April 15, 2025
पार्टी के विस्तार और नीतियों को लेकर लिए गए निर्णय
महाअधिवेशन में कई राजनीतिक प्रस्ताव भी पारित किए गए. इनमें 1932 खतियान आधारित स्थानीय नीति लागू करने की मांग, जनगणना आधारित परिसीमन का विरोध, आदिवासियों के लिए सरना धर्म को मान्यता देने की अपील, क्षेत्रीय भाषाओं और संस्कृति के विकास के लिए एक निकाय गठित करने का प्रस्ताव और देशभर में पार्टी के विस्तार पर जोर दिया गया.
अपने संबोधन में हेमंत सोरेन ने कहा, “झारखंड मुक्ति मोर्चा वह वटवृक्ष है, जिसे गुरुजी ने लगाया और जिसकी जड़ें झारखंड के हर घर में हैं. अब हमारी जिम्मेदारी है कि हम उनके संघर्षों को सम्मान दें और पार्टी को आगे बढ़ाएं.”
कार्यकर्ताओं को दी शुभकामनाएं
सम्मेलन के समापन पर मुख्यमंत्री ने सभी कार्यकर्ताओं और समर्थकों को बधाई देते हुए, पार्टी को मजबूत करने की अपील की. उन्होंने कहा कि यह संगठन झारखंड की आत्मा है और इसे और मजबूती से आगे ले जाना हम सबकी जिम्मेदारी है.