5 Migrant Workers Missing: झारखंड के गिरिडीह जिले के रहने वाले पांच प्रवासी मजदूरों के अगवा होने की खबर सामने आई है. ये सभी मजदूर पश्चिमी अफ्रीका के देश नाइजर में काम कर रहे थे. परिवार वालों का कहना है कि उन्होंने सरकार से मदद की अपील की है ताकि उनके परिजनों को सुरक्षित वापस लाया जा सके.
यह घटना पिछले हफ्ते तब घटी जब कुछ हथियारबंद अपराधियों ने एक कैंप पर हमला कर दिया, जहां ये मजदूर काम कर रहे थे. आरोप है कि बदमाशों ने गोलीबारी करते हुए छह लोगों को अगवा कर लिया, जिनमें एक स्थानीय व्यक्ति भी शामिल था. पीड़ितों के परिवारों ने बताया कि इस मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने भी जवाबी कार्रवाई की, जिसमें 12 सुरक्षाकर्मियों की मौत हो गई है.
अगवा किए गए पांच मजदूरों के नाम संजय महतो, चंद्रिका महतो, राजू महतो, फालजीत महतो और उत्तम महतो है. ये सभी गिरिडीह जिले के बगोदर थाना क्षेत्र के डोंडलो और मुंद्रो पंचायत के निवासी हैं. पिछले साल ये सभी मजदूरी करने के लिए कल्पतरु पावर ट्रांसमिशन लिमिटेड (KPTL) कंपनी के प्रोजेक्ट में काम करने नाइजर गए थे.
परिवार वालों का कहना है कि उन्हें अपनों की कोई खबर नहीं मिल पा रही है. फालजीत महतो के भाई दामोदर कुमार ने बताया, '25 अप्रैल को कुछ बाइक सवार अपराधी आए और उन्हें जबरन उठा ले गए. तभी से उनका फोन बंद है. हम सरकार से मांग करते हैं कि जल्द से जल्द उन्हें खोज कर सुरक्षित भारत वापस लाया जाए.' संजय महतो की पत्नी ने भी अपनी चिंता जताते हुए कहा, 'मेरे पति ने शुक्रवार सुबह 10 बजे आखिरी बार फोन किया था, उसके बाद से उनका मोबाइल बंद आ रहा है. उनके साथ काम कर रहे अन्य लोगों ने बताया है कि उन्हें अगवा कर लिया गया है.'
घटना की खबर फैलते ही बगोदर के पूर्व विधायक विनोद कुमार सिंह ने पीड़ित परिवारों से मुलाकात की और भरोसा दिलाया कि मजदूरों को वापस लाने के प्रयास किए जा रहे हैं. उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों को भी इस मामले की जानकारी दी है और तुरंत कार्रवाई की मांग की है.
Sub-Divisional Officer नरेंद्र प्रसाद गुप्ता ने बताया, 'हमने अपने लेवल पर वरिष्ठ अधिकारियों और प्रवासी सेल को जानकारी दे दी है. चूंकि इस खबर को अभी भारतीय मीडिया में ज्यादा कवरेज नहीं मिला है, इसलिए हम खुद भी हर जानकारी जुटा रहे हैं. प्रशासन पीड़ित परिवारों के साथ पूरी मजबूती से खड़ा है.'
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी मामले को गंभीरता से लेते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर से इस मुद्दे पर मदद मांगी है. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट करते हुए लिखा, 'झारखंड के हमारे प्रवासी भाइयों को नाइजर में अगवा किए जाने की सूचना पर, माननीय विदेश मंत्री @DrSJaishankar जी से निवेदन है कि कृपया तुरंत मदद करें.'