सड़क हादसे ले रहे जान, झारखंड के गिरिडीह में 24 घंटे के भीतर अलग-अलग रोड एक्सीडेंट में 8 की मौत

रोड एक्सीडेंट में मरने वालों का आंकड़ा साल दर साल बढ़ता ही जा रहा है. 2022 में भारत में 1,68,491 लोगों की रोड एक्सीडेंट में मौत हुई थी.  देश व प्रदेश सरकारें इन हादसों पर लगाम लगाने की भरपूर कोशिशें करती हैं लेकिन इन पर काबू पाने में असफल रही हैं. निश्चित ही इसके लिए हमें एक बेहद मजबूत नेटवर्क बनाना होगा. 

भारत में हर साल सड़क हादसों में लाखों लोगों की जान चली जाती है. यही नहीं हर दिन होने वाले सड़क हादसों के कारण भारत की अर्थव्यवस्था को करोड़ों की चपत लगती है. झारखंड के गिरिडीह जिले में 24 घंटे के अंदर दो अलग-अलग सड़क हादसों में कम से कम आठ लोगों की जान चली गई. पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी. एक घटना में, गिरिडीह के मधुबन थाना क्षेत्र में मंगलवार देर रात एक वाहन की मोटरसाइकिल से टक्कर हो गई और उसके बाद वह लाटकाटो जंगल के पास एक पेड़ से टकरा गया, जिससे छह लोगों की मौत हो गई.

क्या बोले पुलिस अधिकारी

डुमरी के उप प्रभागीय पुलिस अधिकारी (SDPO) सुमित प्रसाद ने कहा, "छह लोग तब मारे गए जब वे जिस वाहन में यात्रा कर रहे थे, वह मधुबन थाना क्षेत्र के लाटकाटो जंगल के पास एक मोटरसाइकिल से टकरा गया और फिर सड़क किनारे के पेड़ से टकरा गया."

बिजली के खंभे से टकराई मोटरसाइकिल, दो की मौत

पुलिस अधिकारी ने कहा, एक अन्य घटना में, दो अन्य लोग मारे गए जब बुधवार तड़के उनकी मोटरसाइकिल एक बिजली के खंभे से टकरा गई. झारखंड ही नहीं देश के हर कोने में कमोबेश हर दिन रोड एक्सीडेंट होते हैं और बच्चे, बूढ़े, बुजुर्गों की असमय मौत हो जाती है. रोड एक्सीडेंट में मरने वालों का आंकड़ा साल दर साल बढ़ता ही जा रहा है. 2022 में भारत में 1,68,491 लोगों की रोड एक्सीडेंट में मौत हुई थी.  देश व प्रदेश सरकारें इन हादसों पर लगाम लगाने की भरपूर कोशिशें करती हैं लेकिन इन पर काबू पाने में असफल रही हैं. निश्चित ही इसके लिए हमें एक बेहद मजबूत नेटवर्क बनाना होगा.