Farmers protest: पंजाब-हरियाणा शंभू बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन में गुरुवार सुबह बड़ा बदलाव देखने को मिला. प्रशासन ने प्रदर्शनकारियों की आवाजाही को रोकने के लिए लगाए गए कंक्रीट के बैरिकेड्स को हटा दिया, जिससे अब यहां सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी गई है. पुलिस अधिकारियों ने बुलडोजर की मदद से बैरिकेड्स हटाने का अभियान चलाया.
इससे पहले बुधवार देर शाम पंजाब पुलिस ने किसानों को धरना स्थल से हटाया था. प्रदर्शनकारी एमएसपी की कानूनी गारंटी सहित अन्य मांगों को लेकर विरोध कर रहे थे. बता दें कि पटियाला के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) नानक सिंह ने बताया कि सड़क को सामान्य यातायात के लिए खोलने का लक्ष्य था. किसानों से बातचीत के बाद, उन्होंने स्वेच्छा से जगह खाली कर दी. कुछ किसानों ने अपने घर जाने की इच्छा जताई, जिन्हें बसों से वापस भेज दिया गया.
#WATCH | Security heightened at Haryana - Punjab Shambhu Border as Haryana Police remove concrete barricades erected at the border to restrict farmers' movement further from where they were sitting on a protest over various demands.
— ANI (@ANI) March 20, 2025
Yesterday, late in the evening, Punjab… pic.twitter.com/CqWR4Rtlyi
'कोई बल प्रयोग नहीं किया गया' - पुलिस
समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए एसएसपी नानक सिंह ने कहा, ''किसान लंबे समय से शंभू बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे थे. हमने ड्यूटी मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में उचित चेतावनी देने के बाद इलाका खाली कराया. किसानों ने सहयोग किया और बिना किसी प्रतिरोध के बसों में बैठ गए. हमें किसी बल प्रयोग की जरूरत नहीं पड़ी.'
इसके अलावा, किसानों द्वारा बनाए गए अस्थायी ढांचे और खड़ी ट्रॉलियों को भी हटाया गया. पुलिस का कहना है कि हरियाणा प्रशासन भी जल्द ही अपनी ओर की कार्रवाई पूरी करेगा, जिसके बाद राष्ट्रीय राजमार्ग को सामान्य यातायात के लिए खोल दिया जाएगा.
#WATCH | Haryana Police uses bulldozers to remove concrete barricades erected at Haryana - Punjab Shambhu Border to restrict farmers' movement further from where they were sitting on a protest over various demands.
— ANI (@ANI) March 20, 2025
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किसान नेताओं की गिरफ्तारी पर बढ़ा विवाद
बताते चले कि अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल और किसान मजदूर मोर्चा के नेता सरवन सिंह पंधेर सहित कई किसान नेताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया. इस कार्रवाई के बाद किसान संगठनों में नाराजगी देखी जा रही है.
राकेश टिकैत ने की पंजाब सरकार की आलोचना
वहीं भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने पंजाब सरकार की कार्रवाई की कड़ी निंदा की. उन्होंने एक्स (Twitter) पर पोस्ट करते हुए कहा, ''पंजाब की सीमा पर चल रहे आंदोलन में एक तरफ सरकार किसान संगठनों से बातचीत कर रही है और दूसरी तरफ उन्हें गिरफ्तार कर रही है. हम इस कार्रवाई की कड़ी निंदा करते हैं और हर संघर्ष के लिए तैयार हैं.''
सरकार-किसान वार्ता - अगली बैठक 4 मई को
इससे पहले बुधवार को केंद्र सरकार के तीन केंद्रीय मंत्रियों और पंजाब सरकार के मंत्रियों ने चंडीगढ़ में किसान संगठनों के प्रतिनिधियों से मुलाकात की. किसान नेताओं ने अपनी एमएसपी की गारंटी, कर्ज माफी और अन्य मांगों को लेकर चर्चा की. केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि ''बैठक सकारात्मक माहौल में हुई और सभी मुद्दों पर चर्चा हुई. अब अगली बैठक 4 मई को होगी.''