Gurmeet Ram Rahim: हरियाणा में विधानसभा का चुनवा होना है. उससे पहले कांग्रेस ने मंगलवार को डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम के पैरोल को लेकर भारत के चुनाव आयोग (ईसीआई) को पत्र लिखा है. उन्होंने शीर्षक लिखा कि विधानसभा चुनाव से पहले राम रहीम को मिलने वाली अस्थायी पैरोल के खिलाफ पत्र. साथ ही इसको लेकर कांग्रेस ने मतदान को प्रभावित होने की आशंका जताई है.
राम रहीम की पैरोल को लेकर कांग्रेस ने आशंका व्यक्त करते हुए कि गुरमीत राम रहीम हरियाणा के मतदाताओं को प्रभावित कर सकते हैं, चुनाव आयोग से डीएसएस प्रमुख की रिहाई को रोकने के लिए उचित आदेश पारित करने का अनुरोध किया. कांग्रेस ने तर्क देते हुए लिखा कि आदर्श आचार संहिता लागू होने के कारण विवादास्पद उपदेशक को रिहा नहीं किया जा सकता है.
कांग्रेस ने ECI को पत्र लिखा कि, "मैं आपका ध्यान इस तथ्य की ओर आकर्षित करना चाहूंगा कि मीडिया में यह ब्रेकिंग न्यूज चल रही है कि भाजपा द्वारा संचालित हरियाणा सरकार राम रहीम को पैरोल देने जा रही है. यदि हरियाणा विधानसभा चुनाव-2024 में मतदान से पहले राम रहीम को पैरोल दी जाती है तो श्री राम रहीम हरियाणा के मतदाताओं को प्रभावित कर सकते हैं क्योंकि धार्मिक उपदेशक के रूप में उनके बड़े पैमाने पर अनुयायी हैं और इस संबंध में उनका पिछला रिकॉर्ड अच्छी तरह से जाना जाता है."
ECI को पत्र में लिखा गया कि इसको ध्यान में रखते हुए आप उचित आदेश पारित करें, जिससे राम रहीम आचार्य संहिता के दौरान जेल से बाहर न आए. सोमवार को इस पत्र के जवाब में ECI ने लिखा कि आचार्य संहिता के दौरान राम रहीम को पैरोल पर जेल से अस्थायी रिहाई पर विचार किया जाएगा.