इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के अध्यक्ष और हरियाणा के 5 बार के मुख्यमंत्री रहे ओम प्रकाश चौटाला आज पंचतत्व में विलीन हो गए. ओपी चौटाला का आज पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. उनके दोनों बेटों अजय और अभय ने पिता को मुखाग्नि दी और अंतिम रस्में निभाईं. चौटाला का शुक्रवार को गुरुग्राम में निधन हो गया था.
सीएम सैनी समेत अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे कई दिग्गज
नम आँखों से विदाई पिताजी!
— Abhay Singh Chautala (@AbhaySChautala) December 21, 2024
पूजनीय पिताजी लोहपुरुष चौधरी ओम प्रकाश जी चौटाला के अंतिम दर्शन… pic.twitter.com/5T5fG51Y8w
मैंने अपने पिता नहीं, प्रदेश ने अपना बेटा खो दिया- अभय चौटाला
पिता के निधन पर उनके छोटे बेटे अभय चौटाला ने कहा कि आज मैंने अपने पिता को ही नहीं बल्कि प्रदेश ने भी अपना बेटा आज खो दिया. उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'पिताजी का निधन सिर्फ हमारे परिवार की नहीं, बल्कि हर उस व्यक्ति की व्यक्तिगत क्षति है जिनके लिए उन्होंने अपना संपूर्ण जीवन समर्पित किया. उनका संघर्ष, उनके आदर्श और उनके विचार हमेशा हमारे दिलों में जिंदा रहेंगे.'
पैतृक निवास में हुआ अंतिम संस्कार
चौटाला का अंतिम संस्कार उनके पैतृक निवास सिरसा में किया गया. हरियाणा सरकार ने उनके निधन पर 3 दिन का राजकीय शोक घोषित किया है. सिरका के गांव चौटाला में 1 जनवरी 1935 को जन्मे ओम प्रकाश चौटाला का नाम हरियाणा ही नहीं देश के दिग्गज राजनीतिज्ञों में शुमार था. उनके पिता चौधरी देवीलाल हरियाणा के मुख्यमंत्री के साथ देश के उपप्रधानमंत्री भी रहे.
VIDEO | Union Minister Manohar Lal Khattar (@mlkhattar) and Haryana CM Nayab Singh Saina (@NayabSainiBJP) pay tribute to former Haryana CM Om Prakash Chautala in Sirsa.
— Press Trust of India (@PTI_News) December 21, 2024
(Source: Third party)
(Full video available on PTI Videos - https://t.co/n147TvrpG7) pic.twitter.com/znoX7MO6zv
ओमप्रकाश चौटाला सात बार विधायक रहे। तीन बार उपचुनाव में और चार बार आम चुनाव में जीत हासिल की थी। वह पहली बार दो दिसंबर 1989 से 22 मई 1990 तक, दूसरी बार 12 जुलाई 1990 से 17 जुलाई 1990 तक, तीसरी बार 22 मार्च 1991 से छह अप्रैल 1991 तक और चौथी बार 24 जुलाई 1999 से पांच मार्च 2005 तक मुख्यमंत्री रहे.