Haryana Illegal Immigrants: अमेरिका से लाए गए 104 अवैध प्रवासियों की आपबीती लगातार सामने आ रही है. हर किसी ने अपनी मजबूरी और एजेंट्स द्वारा उनके साथ हुए धोखे की कहानी बताई है. इन 104 भारतीयों में 33 हरियाणा और गुजरात के व्यक्ति हैं. वहीं, 30 पंजाब, 3-3 महाराष्ट्र-उत्तर प्रदेश से और चंडीगढ़ से 2 प्रवासी शामिल हैं. इसे लेकर संसद में जोरदार हंगामा हुआ और इस तरह के व्यवहार को मानवाधिकारों का उल्लंघन बताया गया है.
हरियाणा के एक अवैध प्रवासी के पिता ने उनके साथ हुए धोखे को लेकर जानकारी दी है. उन्होंने कहा , "मेरे बेटे की यहां अपनी दुकान थी, लेकिन उसे एक एजेंट ने ललचाया. एजेंट ने कहा कि वह उसे जल्दी अमेरिका भेज देगा. मेरे बेटे ने जिद की कि उसे वहां जाना है. एजेंट ने उसे गलत जानकारी दी और कहा कि वह उसे एक महीने में वहां भेज देगा. लेकिन एजेंट ने 8-9 महीने बर्बाद कर दिए और काफी पैसे ले लिए. उसने 40-45 लाख रुपये लिए.”
19 जनवरी को सीमा की पार:
उन्होंने आगे बताया, “वह 19 जनवरी को अमेरिका की सीमा पार कर गया, लेकिन तुरंत पकड़ लिया गया. उसे 5-7 दिन तक उनके पास रखा और फिर वापस भेज दिया. उसे वहां पहुंचने में 6 महीने लग गए. एजेंट ने शुरू में यह नहीं बताया था कि वह डंकी रूट से भेजेगा. उसने हमें यह आश्वासन दिया था कि उसे 2 मिनट भी नहीं चलना पड़ेगा. मेरे बेटे ने अपनी दुकान और बाकी सभी चीजें बेच दीं. मैंने अपनी पेंशन से भी उसे पैसे दिए. मुझे उम्मीद है कि उन लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी जो इन लोगों को धोखा देकर भेज रहे हैं. हम एजेंट के खिलाफ शिकायत करेंगे." यहां देखें ट्वीट
#WATCH | Ambala, Haryana: Father of a man who is one of the illegally migrated Indian citizens who have been deported by the US says, "My son had his shop here but he got lured by an agent. The agent said that he would send him there quickly. My son was adamant that he wanted to… pic.twitter.com/HPiWN1P8FN
— ANI (@ANI) February 7, 2025
ऐसे में इस तरह के एजेंट्स के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करना बेहद जरूरी हो चला है जो लोगों को बहला-फुसलाकर बाहर भेजते हैं और पैसे ऐंठ लेते हैं.