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माता-पिता चाहते थे टीचर बनाना, लेकिन अंतरिक्ष की ऊंचाइयों को छू गईं कल्पना चावला

कल्पना चावला का जन्म 17 मार्च 1962 को हरियाणा के करनाल में हुआ. उनकी माता का नाम संजयोती चावला और पिता का नाम बनारसी लाल चावला था. बचपन से ही उनकी पढ़ाई में गहरी रुचि थी, जिससे वे हमेशा उत्कृष्ट छात्रों में शामिल रहीं.

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Edited By: Ritu Sharma
Kalpana Chawla
Courtesy: Social Media

Kalpana Chawla Birthday: भारतीय मूल की पहली महिला अंतरिक्ष यात्री कल्पना चावला की आज 63वीं जयंती है. उन्होंने अपनी मेहनत और लगन से अंतरिक्ष में उड़ान भरकर इतिहास रच दिया. उनके जीवन से प्रेरणा लेकर आज भी कई युवा अपने सपनों को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं. आइए इस अवसर पर उनके जीवन के कुछ अहम पहलुओं को जानते हैं.

कल्पना चावला का जन्म 17 मार्च 1962 को हरियाणा के करनाल में हुआ था. उनके पिता बनारसी लाल चावला और माता संजयोती चावला चाहते थे कि वे एक शिक्षक बनें, लेकिन बचपन से ही कल्पना की रुचि अंतरिक्ष में थी. वे हमेशा अपनी कक्षा में अव्वल आती थीं और विज्ञान विषय में उनकी विशेष रुचि थी.

अमेरिका से हासिल की उच्च शिक्षा

बता दें कि कल्पना चावला ने बैचलर डिग्री के बाद उच्च शिक्षा के लिए अमेरिका का रुख किया. उन्होंने 1984 में एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में मास्टर डिग्री और 1988 में पीएचडी प्राप्त की. इसी साल उन्होंने नासा में अपने करियर की शुरुआत की और 1994 में उन्हें अंतरिक्ष मिशन के लिए चुन लिया गया.

दो बार किया अंतरिक्ष की सैर

कल्पना चावला ने न केवल एक बल्कि दो बार अंतरिक्ष की यात्रा की. पहली बार उन्हें 1997 में स्पेस मिशन के लिए चुना गया और उनकी पहली उड़ान 19 नवंबर से 5 दिसंबर तक चली. इसके बाद 2003 में उन्होंने कोलंबिया शटल के जरिए दूसरी उड़ान भरी. लेकिन 1 फरवरी को शटल दुर्घटनाग्रस्त हो गया और कल्पना समेत अन्य 6 अंतरिक्ष यात्रियों की मृत्यु हो गई.

आज भी हैं लाखों लोगों की प्रेरणा

इसके अलावा, कल्पना चावला की उपलब्धियों को सम्मानित करने के लिए उन्हें कई पुरस्कार मिले. उनकी प्रेरणादायक यात्रा लाखों युवाओं को अपने सपनों को पूरा करने की दिशा में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती है. आज भी वे भारतीय महिलाओं के लिए एक मिसाल बनी हुई हैं.