menu-icon
India Daily

छात्रों ने टीचर की कुर्सी के नीचे रखा बम, रिमोट से किया विस्फोट, मरते-मरते बचीं

यह घटना हरियाणा के भिवानी जिले के बोपड़ा गांव में स्थित एक सरकारी स्कूल की है. 12वीं कक्षा के शरारती छात्रों ने महिला टीचर की कुर्सी के नीचे रिमोट बम लगाकर उसमें विस्फोट कर दिया. इस हमले में महिला टीचर बाल-बाल बच गई वर्ना बड़ा हादसा हो सकता था.

auth-image
Edited By: Sagar Bhardwaj
Haryana students explode bomb by placing it under teacher chair

Haryana News: हरियाणा के एक सरकारी स्कूल में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां छात्रों ने अपने विज्ञान शिक्षक की कुर्सी के नीचे एक पटाखे जैसे बम को रख दिया. इसके बाद तेज धमाका हुआ लेकिन धमाके के बाद टीचर बाल-बाल बच गईं. इस घटना के बाद शिक्षा विभाग ने कार्रवाई करते हुए आरोपित छात्रों को निलंबित कर दिया है.

यह घटना हरियाणा के भिवानी जिले के बोपड़ा गांव में स्थित एक सरकारी स्कूल की है. पांच दिन पहले शनिवार को कक्षा 12 के दौरान छात्रों ने यह खतरनाक कदम उठाया. आरोप के अनुसार, एक छात्र ने बम को शिक्षक की कुर्सी के नीचे रखा था, जबकि दूसरे ने रिमोट कंट्रोल से बम को उड़ा दिया.

गुर्सी के नीचे हुआ गहरा गड्ढा
इस खतरनाक बम विस्फोट में टीचर बाल-बाल बच गईं, जबकि विस्फोटक बम के फटने से कुर्सी के नीचे एक गड्ढा हो गया. इस घटना के तुरंत बाद शिक्षा विभाग को सूचित किया गया, और बुधवार को विभागीय टीम ने स्कूल का दौरा किया.

जिले के शिक्षा अधिकारी नरेश मेहता ने बताया कि घटना के दिन ही ब्लॉक शिक्षा अधिकारी को स्कूल भेजा गया था और प्रधानाचार्य से स्पष्टीकरण मांगा गया था. मेहता ने बुधवार को स्कूल का दौरा किया और पूरी कक्षा तथा ग्राम पंचायत को बुलाकर मामले की जांच की.

13 छात्र सस्पेंड
मेहता ने बताया कि कक्षा के 15 में से 13 छात्र इस घटना में शामिल थे. एक छात्र ने बम तैयार किया, दूसरा उसे शिक्षक की कुर्सी के नीचे रखा, और तीसरे ने रिमोट कंट्रोल से उसे डिटनेट किया. हालांकि, छात्रों के परिवारों ने लिखित माफी पत्र दिया और घटना के लिए खेद जताया.

यूट्यूब से सीखा बम बनाना
नरेश मेहता ने कहा कि मामले की गंभीरता को देखते हुए इस पर बच्चों को स्कूल से निकालने पर चर्चा हुई लेकिन छात्रों के परिवारों द्वारा माफी मांगने और घटना की गंभीरता को समझते हुए सभी 13 छात्रों को चेतावनी देकर मामला सुलझा लिया गया. नरेश मेहता ने कहा कि अगर ये बच्चे बम का मॉडल बनाकर स्कूल में प्रजेंटेशन देते तो उन्हें सम्मानित किया जाता.