Haryana: हरियाणा में लगातार प्रदूषण के स्तर में बढ़ोतरी हुई है. इस मामले में एक्शन लेते हुए कृषि विभाग की ओर से 24 कर्मचारियों और अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया गया है. जिसमें एग्रीकल्चर डेवलपमेंट ऑफिसर और एग्रीकल्चर सुपरवाइजर भी शामिल है. मिल रही जानकारी के मुताबिक इन लोगों पर पराली जलाने के बढ़ रहे मामलों को लेकर कार्रवाई की गई है.
कृषि विभाग के डायरेक्टर द्वारा नौ जिलों के अधिकारियों पर एक्शन लिया गया है. जिसमें हिसार, पानीपत, जींद, कैथल, करनाल, अंबाला, सोनीपत, कुरूक्षेत्र और फतेहाबाद के अधिकारी और कर्मचारी शामिल हैं. हरियाणा में जल रहे पराली की वजह से ना केवल हरियाणा बल्कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भी प्रदूषण का स्तर बढ़ता जा रहा है.
खतरे के निशान के पार AQI
राज्य में पराली जलाने की वजह से AQI का स्तर काफी ऊपर जा चुका है. राज्य के 14 शहरों का एयर क्वालिटी इंडेक्स 300 से पार कर चुका है. वहीं कुरुक्षेत्र जिले का एक्यूआई 423 तक पहुंच गया. राज्य में इमरजेंसी जैसे हालात बनते नजर आ रहे हैं. लोगों को सांस लेने में भी परेशानी देखी गई है. हालांकि दिल्ली और एनसीआर में प्रदूषण को कंट्रोल करने के लिए मंगलवार से ग्रैप-2 लागू किया गया है. साथ ही राष्ट्रीय राजधानी में रेड लाइट ऑन गाड़ी ऑफ अभियान चलाया जा रहा है. हरियाणा का पानीपत, पलवल, नूंह, रोहतक, सोनीपत, रेवाड़ी, भिवानी, चरखी दादरी, महेन्द्रगढ, जींद और गुरुग्राम समेत अन्य कई इलाका एनसीआर का हिस्सा है. जिसकी वजह से यहां भी ग्रैप टू की पाबंदियों को लागू किया गया है.
डॉक्टर की सलाह
प्रदूषण के स्तर को देखते हुए डॉक्टरों द्वारा N-95 मास्क पहनने की सलाह दी गई है. वहीं अस्थमा और हार्ट के मरीजों को घर से ज्यादा बाहर ना निकलने की सलाह दी गई है. इसके अलावा आंखों में जलन या किसी भी तरह की परेशानी होने पर आंखों को साफ पानी से धोने के लिए कहा गया है. हालांकि डॉक्टर ने गंदे हाथों से आंखों ना छूने की भी बात कही है. इसके अलावा शरीर पर किसी भी तरीके का रिएक्शन होने पर डॉक्टर से मिलने को कहा गया है. कुल मिलाकर बढ़ते प्रदूषण में अपने और अपने परिवार की सुरक्षा करने की सलाह दी गई है.