हरियाणा चुनाव: वोटिंग के दौरान पोलिंग बूथ पर जमकर बरसे जूते-चप्पल, विधायक ने पूर्व MLA पर लगाया हमले का आरोप

Haryana Elections: हरियाणा जन सेवक पार्टी के नेता और हरियाणा के विधायक बलराज कुंडू ने पूर्व विधायक आनंद सिंह डांगी पर मेहम में चुनावी विवाद के दौरान उन पर और उनके निजी सहायक पर शारीरिक हमला करने का आरोप लगाया है. कुंडू ने कथित हमले को अपनी चुनावी संभावनाओं को लेकर डांगी की हताशा का कारण बताया.

PTI
India Daily Live

Haryana Elections: हरियाणा जन सेवक पार्टी के नेता हरियाणा विधायक बलराज कुंडू ने पूर्व विधायक आनंद सिंह डांगी पर उन पर और उनके निजी सहायक पर शारीरिक हमला करने का आरोप लगाया है. कथित घटना मेहम में चुनावी माहौल के बीच हुई. एक वीडियो बयान में कुंडू ने घटना का ब्यौरा देते हुए दावा किया कि डांगी ने उन पर व्यक्तिगत हमला किया. उन्होंने कहा कि आनंद सिंह डांगी इस स्थिति से इतने परेशान हैं कि वे खुद मदीना के बस स्टैंड पर बूथ नंबर 134 पर यह देखने आए कि सब कुछ ठीक चल रहा है या नहीं.

कुंडू ने अपने निजी सहायक की ओर इशारा करते हुए कहा कि उसने (डांगी) मेरे कपड़े फाड़ दिए और मेरे साथ धक्का-मुक्की की. उन्होंने कहा कि ये उसके संभावित नुकसान की घबराहट है. आज, वो एक और 'महम कांड' करने की सोच रहे हैं. मैं अपने निर्वाचन क्षेत्र के सभी लोगों से शांति बनाए रखने और उनके उकसावे में न आने की अपील करता हूं. शांति और भाईचारा बना कर रखना है और इस चुनाव को लड़ना है.

आखिर क्या है मेहम कांड?

मेहम कांड शब्द एक हिंसक और विवादास्पद राजनीतिक घटना को संदर्भित करता है जो 1990 में मेहम निर्वाचन क्षेत्र में एक उपचुनाव के दौरान हुई थी. आनंद सिंह डांगी और तत्कालीन मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला (पूर्व उप प्रधानमंत्री चौधरी देवी लाल के बेटे) की ओर से लड़ा गया यह उपचुनाव व्यापक हिंसा, धांधली और राजनीतिक समर्थकों के बीच झड़पों के लिए बदनाम था.

अराजकता के परिणामस्वरूप कई मौतें हुईं और चौटाला के प्रशासन की ओर से चुनावी कदाचार और राज्य मशीनरी के दुरुपयोग के गंभीर आरोप लगे, जिसमें दावा किया गया कि उनके समर्थकों ने मतदान केंद्रों पर कब्जा कर लिया था. यह घटना हरियाणा के चुनावी इतिहास में राजनीतिक कदाचार का प्रतीक बन गई.

कांग्रेस नेता और चार बार विधायक रह चुके आनंद सिंह डांगी ने चुनावी मैदान में अपने बेटे बलराम डांगी को उतारा है. बलराम को कुंडू से कड़ी टक्कर मिल रही है, जिन्होंने भाजपा से अलग होकर हरियाणा जन सेवक पार्टी बनाई है. इस दौड़ में अन्य प्रमुख उम्मीदवारों में भाजपा के बागी नेता शमशेर सिंह खरकड़ा की पत्नी राधा अहलावत और भारतीय कबड्डी टीम के पूर्व कप्तान भाजपा के दीपक हुड्डा शामिल हैं.